फारबिसगंज. श्रावण मास की मंगलमयी बेला में अग्रवाल महिला मंच फारबिसगंज ने पारंपरिक सिंधारा कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया. यह आयोजन महिलाओं की सांस्कृतिक भागीदारी, पारंपरिक मूल्यों की पुनर्पुष्टि व सामूहिक उत्सवधर्मिता का अनुपम उदाहरण बन गया. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाएं, लोकगीतों की गूंज, झूले पर झूलती खुशियां व सावन की रिमझिम को आत्मसात करते हुए प्रस्तुत किया गया. इस मौके पर अग्रवाल महिला मंच की अध्यक्ष सुमन जिंदल ने कहा हमारा उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत बनाए रखना है. सिंधारा हमारी परंपरा में नारी के सम्मान, सौंदर्य व स्नेह का प्रतीक है. महिलाओं को एक मंच पर लाकर हम इस परंपरा को भावनात्मक गहराई से जोड़ते हैं. इस मौके पर सुनीता राजगढ़िया, सुनीता गोयल, सरोज अग्रवाल, शांता अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, बबिता अग्रवाल, संगीता कंदोई, सुलोचना धनावत, उर्मिला जैन, बबीता अग्रवाल, संजू अग्रवाल, दीपा अग्रवाल, अनीता अग्रवाल, सुधा अग्रवाल, चित्रा मित्तल सहित अन्य महिलाएं मौजूद थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है