ऑक्सीजन पाइप में छेड़-छाड़ के कारण आग लगने की आशंका, कोई हताहत नहीं
:37-38-:41:42-प्रतिनिधि, अररियाअररिया सदर अस्पताल के पुराने भवन में गुरुवार दोपहर अचानक आग लग गयी. देर शाम तक दमकल की तीन टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. ग्राउंड फ्लोर में लगी आग अचानक ऑक्सीजन सप्लाइ यूनिट के संपर्क में आते ही भयावह हो गयी. धीरे-धीरे लगी आग की सूचना 03 बजे के आस-पास सदर अस्पताल प्रबंधन तक पहुंची. सदर अस्पताल में लगी आग के कारण स्टोर रूम, कैदी वार्ड, नशा मुक्ति केंद्र, डायलिसिस यूनिट, सिविल सर्जन, लेबर रूम को भारी नुकसान हुआ है. ग्राउंड फ्लोर से निकली आग देखते ही देखते सैकंड व थर्ड फ्लोर तक पहुंच गयी. हालांकि भीषण अग्निकांड अस्पताल उपाधीक्षक व अस्पताल प्रबंधन का कार्यालय संचालित हो रहा था. आग की सूचना मिलते हीं अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गयी, लेकिन समय रहते सभी मरीजों व कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. घटना की जानकारी मिलते हीं एसडीओ अनिकेत कुमार, एसडीपीओ राम पुकार सिंह, नगर थाना की पुलिस व दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, स्थानीय लोगों के सहयोग से दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, हालांकि आग पूरी तरह बुझ नहीं पायी.आग के कारण मची अफरा-तफरी
सदर अस्पताल में आग लगते हीं मरीज व कर्मी सभी अपनी-अपनी जान बचा कर भागने लगे. देखते हीं देखते अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इस बीच सुरक्षा कर्मी गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल से बाहर निकालने में जुट गये. इधर अस्पताल के तीसरे तल्ले पर काम कर रहे सीएस व कर्मी भी आग की सूचना पर लगभग 03 बजे वहां से जान बचाकर निकले. लेकिन तत्काल रेस्क्यू के कारण मरीज व कर्मी किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ.
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फोटो:39-डॉ केके कश्यप, सिविल सर्जन
ऑक्सीजन पाइप के कटिंग के कारण भी हो सकता है शॉर्ट शर्किट, होगी जांच
सीविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि मामले में जब जानकारी मिली तो पहले आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. इसके लिए दमकल कर्मियों ने कड़ी मेहनत की. वहीं अस्पताल कर्मियों ने बताया कि दोपहर 12 बजे के करीब कुछ लड़के पेचकस व पिलास लेकर ऑक्सीजन पाइप को काट रहे थे, जिसे तत्काल रोका गया तो वे भाग गये. सुरक्षा कर्मियों से पूछने पर बताया कि पाइप तांबे के पदार्थ से बना हुआ है. जिसे काट कर नशे के शिकार युवक बेचते हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही इस पर भी जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण ऑक्सीजन पाइप के कटिंग के कारण ही माना जा रहा है, बावजूद इसकी जांच करायी जायेगी. अस्पताल प्रबंधक, डीपीएम सहित सभी कर्मी आग पर काबू पाने में लगे हुए हैं, मामले में प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. घटना का कारण जो भी होगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
————-फाटो:40-मंडल अविनाश आनंद
सूबे में इलाज की व्यवस्था भगवान भरोसेघटना को लेकर राजद अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मंडल अविनाश आनंद ने बताया कि इस अग्निकांड के बाद यह तो साबित हो गया कि जिले के इतने बड़े अस्पताल में अग्नि सुरक्षा के प्रभावी उपाय नहीं है. ऐसे में सूबे की इलाज व्यवस्था भी पूरी तरह से भगवान भरोसे चल रही है. इस मामले की लीपापोती के बाद फिर आम लोगों के सवाल धरे के धरे रह जायेंगे.
——-दमकल की कमी से हुआ ज्यादा नुकसान
अररिया. सदर अस्पताल अररिया में दो पहर भीषण आग लग गयी लगभग तीन घंटा तक धू धू कर पूरा अस्पताल भवन जलता रहा. लोग मूकदर्शक बने आग को देखते रहे, अधिकांश लोग वीडियो बनाने में मगन थे. लोगों का कहना है कि आग शर्ट सर्किट से लगी है. लेकिन इस बात का खुलासा तो जांच के बाद हीं हो पायेगा. जिला कांग्रेस के अध्यक्ष शाद अहमद ने कहा कि सदर अस्पताल के भवन में आग लगने की घटना निश्चित रूप से निंदनीय है. उन्होंने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की जरूरत है.————–
छोटे नाबालिग बच्चों से कराया जा रहा था काम
43- प्रतिनिधि, अररिया
सदर अस्पताल में लगी आग बुझाने के दौरान अस्पताल प्रशासन द्वारा छोटे छोटे नाबालिग बच्चों से काम करवाते देखा गया. जबकि अस्पताल परिसर में सैकड़ों लोग मौजूद थे. वहीं मुख्यालय के पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारी भी मौजूद थे. फिर भी सीएस, प्रभारी अधीक्षक आकाश राय, हॉस्पिटल मैनेजर विकास कुमार सहित अस्पताल के अन्य अधिकारी की मौजूदगी में छोटे छोटे बच्चों से ऑक्सीजन सिलिंडर, अग्निशमन सिलेंडर उठवाने का काम कराया जा रहा था. जबकि आग बुझाने में दर्जनों युवक की भूमिका बढ़ चढ़कर देखी गयी. राजद नेता सह समाजसेवी कमाले हक ने भी कहा कि पुराने सदर अस्पताल में बाहर के लोगों से इलाज कराने आये मरीज का इलाज कराया जाता है. जो पुराने अस्पताल में दर्जन भर से ज्यादा की संख्या में हमेशा देखे जाते हैं.————
आग बुझाने के दौरान कई युवा हुए जख्मी
44- प्रतिनिधि, अररियासदर अस्पताल में आग बुझाने में मुख्यालय के दर्जन भर से ज्यादा युवाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया. अग्निशमन वाहन आग बुझाने के लिए बड़ी देर से पहुंची. इस दौरान युवाओं ने आग बुझाने का कार्य अपने कंधे पर लेकर पहल की. इस दौरान कई युवा जख्मी भी हुए. जिनका मॉडल अस्पताल में मौजूद जीएनएम द्वारा मरहम पट्टी करके दवाई व इंजेक्शन दी गई. कई युवा के पांव आग बुझाने के दौरान काफी जले दिखे. लेकिन उन्होंने अपना हौसला नहीं हारा व आग बुझाने में अपना योगदान दिया.————————–अग्निशमन विभाग आग बुझाने में विफल : फैसलअररिया. सदर अस्पताल में लगी आग को बुझाने में अग्निशमन कार्यालय विफल रहा है. संसाधनों की भारी कमी के कारण दो घंटे बीत जाने के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका. यह बातें समाजसेवी फैसल यासीन ने कही. उन्होंने तीखे लफ्जों में अस्पताल प्रशासन व अग्निशमन के अधिकारी की आलोचना की.
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