अररिया. फसल उत्पादन के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ कृषि विज्ञान केंद्र, अररिया द्वारा फसल उत्पादन के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर ग्रामीण युवाओं के लिए 01 अगस्त से 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. यह प्रशिक्षण 01 से 05 अगस्त 2025 तक आयोजित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं व किसानों को उन्नत व वैज्ञानिक खेती की तकनीकों से परिचित कराना है. कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्र प्रमुख डॉ संजीत कुमार द्वारा किया गया. उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि गिरती मृदा उर्वरता, असंतुलित उर्वरक उपयोग व घटते उत्पादन की चुनौतियों को देखते हुए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन की महती आवश्यकता है. इस तकनीक के माध्यम से रासायनिक उर्वरकों के साथ जैविक खाद व जैव उर्वरकों का संतुलित उपयोग कर मृदा स्वास्थ्य को बनाये रखते हुए उत्पादन बढ़ाया जा सकता है. प्रशिक्षण के कोर्स डायरेक्टर डॉ राम नरेश कृषि वैज्ञानिक हैं। इस अवसर बागवानी कृषि वैज्ञानिक सुमन कुमारी व अफताब आलम मौजूद थे. सभी ने प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया. कार्यक्रम में शामिल 30 से अधिक ग्रामीण युवाओं को आईएनएम की वैज्ञानिक विधियों, मृदा परीक्षण के महत्व, जैविक खादों के प्रयोग, फसल चक्र व मृदा संरक्षण तकनीकों की जानकारी दी जा रही है. प्रशिक्षण में प्रायोगिक प्रदर्शन, फील्ड विजिट व प्रश्नोत्तरी जैसी रोचक गतिविधियां भी शामिल हैं. विषय विशेषज्ञों ने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने व कृषि आधारित स्वरोजगार की संभावनाओं को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कृषक बंधु, ग्रामीण युवा व वैज्ञानिक उपस्थित रहे. सभी ने इस पहल के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, अररिया का आभार व्यक्त किया.
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