हसपुरा. हसपुरा थाना क्षेत्र के हसपुराडीह निवासी एक बाइक मैकेनिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. वैसे गुरुवार की देर शाम चांदी श्मशान स्थल के समीप झाड़ी से उसका शव बरामद किया गया था. शुक्रवार की सुबह परिजन व स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और सड़क पर उतर आये. हसपुरा के पटेल चौक समीप सड़क पर शव रखकर जाम कर दिया और प्रदर्शन किया. मृतक की पहचान हसपुराडीह निवासी मो हयात खान के बेटे मंसूर खान उर्फ अप्पू खान (25) के रूप में की गयी है. उसके शरीर पर काफी निशान हैं. मंसूर उर्फ अप्पू की हत्या कर चांदी गांव के पइन की तरफ झाड़ी में फेंक दिया गया था. सूचना पाकर गुरुवार की रात में पहुंची हसपुरा पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम कराया और फिर परिजनों को सौंप दिया था. लेकिन सुबह होते ही शव को हसपुरा डीह के ग्रामीणों व परिजनों ने पटेल चौक लाया और हत्यारे को शीघ्र गिरफ्तार करने व मृतक के मोबाइल से कॉल डिटेल्स निकाल कर हत्या की गुत्थी सुलझाने की मांग करते हुए सड़क जाम कर दिया. आंदोलनकारी घंटों सड़क जामकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. इस दौरान मुआवजा व हत्यारे को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. करीब तीन घंटे तक पटेल चौक जाम रखा. इधर, सड़क जाम की सूचना पाते ही थानाध्यक्ष दिनेश कुमार, इंस्पेक्टर सुनील कुमार दल-बल के साथ पटेल चौक पहुंचे और आक्रोशितों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. हालांकि, आक्रोशित ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. तब तक कई स्थानीय जनप्रतिनिधि व समाजसेवी भी वहां पहुंचे. इसमें जिला पर्षद प्रतिनिधि मो एकलाख खां, पंचायत समिति डॉ ब्रह्मदेव प्रसाद, बीस सूत्री सदस्य कौशलेंद्र शर्मा, पैक्स अध्यक्ष पिन्टू शर्मा, राजद नेता मनीष कुमार, निशांत कुमार आदि शामिल हैं. दाउदनगर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार ऋषिराज भी दल-बल के साथ वहां पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. तब जाकर जाम समाप्त हुआ. थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने कहा कि हत्यारे को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जायेगा. मामले में मृतक के पिता हयात खान द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जिसमें चांदी गांव निवासी पुष्कर राज नामक युवक को आरोपित बनाया गया है. उन्होंने कहा कि एफएसएल टीम द्वारा साक्ष्य इक्कठा किया जा रहा है. शीघ्र की घटना को अंजाम देने वाले अपराधी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
सामान लाने गया था मैकेनिक
जानकारी के अनुसार मृतक हसपुराडीह में ही बाइक मैकेनिक का काम करता था. लगभग एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी. गुरुवार की दोपहर के बाद वह बाइक से रिपेयरिंग का कुछ सामान लाने हसपुरा बाजार के लिए निकला था, लेकिन रात तक वह घर नहीं लौटा. इसके बाद परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी. इसी बीच चांदी गांव के कुछ लोगों ने गांव के बधार स्थित झाड़ी में एक शव देखा. वहां से मोबाइल की घंटी बज रही थी. वहां देखा तो लोगों ने उसे पहचान लिया. फिर इसकी सूचना परिजनों को दी. आनन-फानन में मौके पर पहुंचे परिजन उसे जीवित समझ इलाज के लिए लेकर हसपुरा के रेफरल अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया था. मृतक के पिता हयात खान ने कहा कि मंसूर के पास हजारों रुपये थे, जिसे लूटने के बाद उसकी हत्या की गयी है.
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