दाउदनगर. पुराना शहर वार्ड नं दो गौतमबुद्ध नगर व कटरिया में बुद्ध पूर्णिमा पूर्वक मनाया गया. उपस्थित लोगों ने भगवान बुद्ध के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया. वैशाख पूर्णिमा को बौद्ध अनुयायी त्रिविध पावनी के रूप में मनाते हैं. इस दिन को गौतम बुद्ध के जन्म, मार व विजय के उपरांत संबोधि प्राप्ति और महापरिनिर्वाण से जोड़कर देखा जाता है. हालांकि, ऐतिहासिक प्रमाणों और परंपराओं को देखने पर यह स्पष्ट होता है कि बुद्ध के संबोधि प्राप्ति का दिन तो वैशाख पूर्णिमा था. पाली साहित्य में मार शब्द का प्रयोग बुद्ध की आंतरिक बुराइयों पर विजय के लिए हुआ है. मोह, माया, तृष्णा, क्रोध जैसी वृत्तियों को कुशल कर्मों के माध्यम से बुद्ध ने सम्यक मार्ग पर चलकर जीता और यहीं से संबोधि की प्राप्ति हुई. यही घटना वैशाख पूर्णिमा से जुड़ी हुई है. वक्ताओं ने कहा कि बुद्ध ने पूरे विश्व को शांति व करुणा का संदेश दिया. उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं. उनके बताये मार्ग पर चलकर विश्व में शांति व विकास हो सकता है. मौके पर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मेहता, बुद्ध देव महतो, मिठु मेहता, सत्येंद्र कुमार, चंदन वर्मा, गुडु कुशवाहा आदि उपस्थित थे. कटरिया में द्वारिका सिंह, ललन प्रसाद मौर्य आदि उपस्थित थे.
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