बैठक में आंदोलन तेज करने का निर्णय
प्रतिनिधि, औरंगाबाद शहर.
महापरिवर्तन आंदोलन की बैठक सोमवार को शहर के स्थानीय वृद्धा आश्रम सह जिला प्रवक्ता रामजन्म सिंह के आवास पर हुई. जिलाध्यक्ष अजय श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण एवं स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की गयी. निवारण का मार्ग भी प्रशस्त किया गया. सभा का संचालन कर रहे संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व आइपीएस वीके सिंह के नेतृत्व महापरिवर्तन आंदोलन पूरे प्रदेश में एक वट वृक्ष का रूप धारण कर लिया है. जिला शिष्टमंडल की ओर से सभी प्रखंडों में प्रखंड संयोजक मंडल के गठन का एक अभियान चलाया गया है. इस अभियान के दौरान औरंगाबाद प्रखंड संयोजक मंडल में वार्ड पार्षद सुशील कुमार वार्ड और अविनाश कुमार, संतोष कुमार सुमन, संजीव कुमार, गोविंद प्रसाद अकेला, सुधीर कुमार सुधांशु चयनित हुए. कुटुंबा प्रखंड संयोजक मंडल में रिंकू सिंह और विजय कुमार सिंह, बालकेश प्रसाद, अजय पांडेय, ओमप्रकाश पांडेय, विजय कुमार कश्यप तथा कुमार विकास का चयन किया गया. देव प्रखंड संयोजक संजय कुमार सिंह, हसपुरा प्रखंड संयोजक रामाश्रय प्रसाद सिंह तथा बारुण प्रखंड संयोजक जवाहर प्रसाद को बनाया गया. सभी प्रखंड संयोजक को यह निर्देश दिया गया कि आप सभी जिला इकाई की उपस्थिति में यथाशीघ्र सभी प्रखंडों में संयोजक मंडल का गठन कर प्रखंड के सभी विभाग के पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपने का कार्य करें. बैठक में उपस्थित लोगों ने आंदोलन को व्यापक बनाने पर जोर दिया. उपाध्यक्ष लवलेश यादव अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा, चिकित्सा और स्वच्छता को माध्यम बनाकर जनसंपर्क द्वारा लोगों को जागरूक करना ही महापरिवर्तन आंदोलन का अहम प्रयास होगा. बैठक में उपस्थित इं दुधेश्वर प्रसाद, अबरार हसन, अवधेश सिंह, डॉ हरिलाल कुमार कुशवाहा, कमला प्रसाद, राजेश कुमार रंजन, धर्मेंद्र कुमार, डॉ संतोष कुमार और कुंती देवी ने एक बयान का समर्थन करते हुए कहा कि किताबें खुद चुप रहती हैं, परंतु जिसने पढ़ लिया उसको बोलना और लड़ना सीखा देती है. इसीलिए, शिक्षा को हथियार बना कर भ्रष्टाचार को रोकने में महापरिवर्तन आंदोलन का अहम योगदान होगा. जिलाध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन कर सभा समाप्ति की घोषणा की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है