अंबा. प्राथमिक विद्यालय से एक किलोमीटर की दूरी वाले वैसे गांव जहां अब तक विद्यालय की स्थापना नहीं हुई है, उन सभी गांव व टोला में प्राथमिक विद्यालय खोला जायेगा. इसके लिए विभागीय स्तर पर आवश्यक पहल शुरू कर दी गयी है. इसके साथ ही तीन किलोमीटर की परिधि में मध्य विद्यालय नहीं होने पर आसपास के प्राथमिक विद्यालय को उत्क्रमित किया जायेगा. इसके लिए समग्र शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी बीइओ को पत्र लिखकर वैसे गांव एवं टोला का चिन्हित कर सूची की मांग किया है. विभागीय पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने विद्यालय खोलने एवं मध्य विद्यालय में उत्क्रमित किये जाने वाले विद्यालयों की सूची की मांग 20 मई तक किया है. विभागीय जानकारी के अनुसार विद्यालय खोलने के लिए गांव या टोला की आबादी 300 से अधिक होनी चाहिए. इसके साथ ही उक्त गांव में छह से 14 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 40 से अधिक होनी चाहिए. भूमि से संबंधित भी ब्योरा मांगा गया है. जिन गांवों में नए विद्यालय खोलने हैं, वहां यदि सरकारी भूमि उपलब्ध है, तो अंचल अधिकारी विद्यालय बनाने के लिए भूमि उपलब्ध करायेंगे. सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने पर किसी दानदाता की जमीन पर विद्यालय का निर्माण कराया जायेगा. ज्ञात हो कि कई ऐसे गांव व टोला है जहां के बच्चे आज भी दो से तीन किलोमीटर की दूरी तय कर प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूसरे गांव में विद्यालय जाते हैं. इसके साथ ही कई जगह पर मिडिल स्कूल की दूरी भी तीन किलोमीटर से अधिक देखी जाती है. ऐसे में नए विद्यालय खुलने से बच्चों को पढ़ाई में काफी सहूलियत होगी.
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