खाते से 1 लाख 2 हजार 600 रुपए हुए गायब बौंसी. बैंक मैनेजर की लापरवाही की वजह से युवक के खाते से साइबर फ्रॉड के जरिए 102600 (एक लाख दो हजार छः सौ) रुपये निकासी हो गये. मामला बंधुआ कुरावा थाना क्षेत्र के कमलू चक गांव का है. इस मामले में गांव के युवक सोमेश कुमार तिवारी ने बताया कि उसके मोबाइल नंबर को कोई हैक कर ई सिम बनाकर 28 जुलाई से चला रहा था. इसकी सूचना उसने इसाफ बैंक एवं अन्य सभी बैंकों जहां युवक का खाता है को दे दिया था. युवक ने बताया कि 1 अगस्त को इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक बौसी के ब्रांच जाकर 50000 रुपये की निकासी की और अपने खाता पर होल्ड लगाने के लिए ब्रांच मैनेजर को कहा. मैनेजर द्वारा होल्ड लगा देने की बात बतायी गयी. युवक ने आवेदन में आगे बताया है कि 2 अगस्त को वह पुनः इसाफ बैंक के ब्रांच गया था जहां स्टेटमेंट निकाल कर देखा कि एक रुपया यूपीआई से ट्रांसफर हुआ है. जिस पर पुन: लिखित कस्टमर रिक्वेस्ट फॉर्म पर सिग्नेचर कर खाता को लॉक करने के लिए आवेदन दिया. इसकी सूचना थानाध्यक्ष के साथ-साथ साइबर थानाध्यक्ष को भी देने की बात युवक द्वारा बतायी गयी है. आश्चर्यजनक बात तो यह रही की 4 जुलाई को युवक जब पुनः बैंक पैसा निकासी करने गया तो वहां के ब्रांच मैनेजर और स्टाफ ने बताया कि आपके अकाउंट से 1 लाख 2 हजार 600 रुपए की निकासी यूपीआई द्वारा साइबर अपराधियों द्वारा कर ली गयी है. मालूम हो की युवक के द्वारा पूर्व में ही खाता को लॉक करने की सूचना लिखित में दी गयी थी. इसके बावजूद भी ब्रांच मैनेजर ने मामले में दिलचस्पी नहीं दिखाई और खाता को लॉक नहीं किया. पीड़ित युवक ने मामले की लिखित जानकारी पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ साइबर थानाध्यक्ष को देने की बात कही है.
कहते हैं ब्रांच मैनेजर
इस मामले में इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक के ब्रांच मैनेजर रणवीर कुमार सिंह ने बताया कि वह बैंक के कार्य से पटना मीटिंग में थे. उस दिन उनका असिस्टेंट बैंक में कार्यरत था. इस विषय में जानकारी वही दे पायेंगे.कहते हैं असिस्टेंट मैनेजर
इस मामले में जब असिस्टेंट मैनेजर आलोक पटेल ने कहा कि बैंक आवर में आकर बात करने पर मामले की जानकारी दी जायेगी. यह कहकर उन्होंने फोन काट दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है