पांच दर्जन से अधिक घरों, कई स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में घुसा पानी
शंभुगंज. प्रखंड क्षेत्र में लगातार दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नदियों में पानी उफान पर है. प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरी बदुवा नदी, गंगटी नदी, लोहागढ़ नदी के साथ-साथ बुढ़वा बांध नदी में भी पानी का जलस्तर बढ़ने से कई गांव व शंभुगंज बाजार में पानी फैल गया है, जिससे कई दुकानों सहित घरों में पानी प्रवेश कर गया है. शंभुगंज के करसोप, केहनीचक जाने वाली सड़कों पर तीन से चार फीट पानी तो शंभुगंज बाजार की सड़कों पर डेढ़ से दो फीट पानी बह रहा है. कई स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों में बाढ़ का पानी फैल गया है. खासकर लोहागढ़ नदी से निकले बुढ़वा बांध नदी में पानी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से कई गांव में बाढ़ का पानी फैल गया है, जिसके कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गयी है. हालांकि बाढ़ का पानी फैलने से अभी तक कहीं से भी किसी के जान-माल के नुकसान का कोई सूचना नहीं हैं.जानकारी के अनुसार पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण यहां का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं. इस दौरान करसोप, केहनीचक, मुकहरी, अराजी करसोप, शंभुगंज बाजार और कर्णपुर गांव में पानी फैल गया है. खासकर करसोप गांव में पांच दर्जन से भी ज्यादा घरों में पानी प्रवेश कर गया है, जिससे उन लोगों को काफी क्षति हुई है. वहीं कन्या प्राथमिक विद्यालय शंभुगंज के साथ-साथ नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मुकहरी, डीएए उच्च विद्यालय शंभुगंज सहित अन्य विद्यालयों में पानी प्रवेश कर गया है. जिससे कन्या प्राथमिक विद्यालय शंभुगंज और नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मुकहरी में बाढ़ का पानी प्रवेश होने से स्कूल में खाद्यान्न सामग्री के साथ-साथ कई आवश्यक पंजी भी पानी में पूरी तरह से बर्बाद हो गये हैं. इन दोनों स्कूल में करीब चार से पांच फीट पानी है. वहीं दूसरी ओर आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 52 करसोप गांव में बाढ़ का पानी ढाई से तीन फीट तक हो गया है, जिसके कारण आंगनबाड़ी केंद्र में रखे चावल, दाल, सोयाबीन आदि पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. वहीं आंगनबाड़ी केंद्र के कई खिलौने और पंजी भी बर्बाद हो गया है, जबकि गंगटी नदी व लोहागढ़ नदी का पानी फैलने से बाजार की सड़कों पर नहर मोड़ से लेकर खेसर मोड़ तक डेढ़ से दो फीट पानी सड़क से होकर बह रहा है. सड़कों पर पानी बहने के कारण सड़कों पर कटाव का खतरा बढ़ गया है, जबकि कई दुकानों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश होने से काफी क्षति हुई है.
वहीं दूसरी ओर करसोप गांव स्थित डॉ घनश्याम शर्मा, रूपेश कुमार सिंह सहित एक दर्जन घरों में ढाई से तीन फीट तक पानी प्रवेश कर खड़ा है, जिससे उनका घर में रहना खतरों से खेलने के बराबर है. बाजार के लोगों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब बाढ़ का पानी इतना भयावह रूप धारण किया है. वहीं शंभुगंज से खेसर मुख्य पथ से झखरा-प्रतापपुर के बीच डायवर्सन पानी से डूब जाने से पांच दर्जन गांव का मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है. वहीं क्षेत्र में पानी फैलने से बीडीओ नीतीश कुमार, सीओ जुगनू रानी भी पूरी तरह से अलर्ट हैं और लगातार बढ़ रहे पानी व बाढ़ प्रभावित गांव पर नजर रख रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है