जिले में बारिश का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. जिले में कई जगहों पर 71.9 मिलीमीटर बारिश हुई. बीते दो दिनों के दौरान जिले में करीब 172 मिलीमीटर बारिश हुई. झमाझम बारिश के बाद जिले में धान की रोपनी में तेजी आयी. गुरुवार तक 17 प्रतिशत खेतों में धान के बिचड़े की बुआई हो गयी. जिले में इस वर्ष कुल 52 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य रखा गया है. अबतक 8979 हेक्टेयर में रोपनी हुई. वहीं धान की बिचड़ा शत प्रतिशत तैयार हो गया. बता दें कि बीते वर्ष कम बारिश होने से धान की रोपनी में काफी विलंब हो गया था. लोगों ने पंपसेट के सहारे अपने खेतों में पानी की व्यवस्था की थी. बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 18 से 20 जुलाई के दौरान जिले में मेघाच्छादन, हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. ऐसे में किसान अपने खेतों में मेड़ों को मजबूत बनाने का कार्य करें. मक्का एवं सब्जियों की फसल में जल जमाव होने पर निकासी की व्यवस्था करें. वर्षा जल का लाभ उठाते हुए, दीर्घ अवधि वाली धान की तैयार पौध की रोपाई कर सकते हैं. बरसाती सब्जियां जैसे भिंडी, लौकी, नेनुआ, करेला, खीरा की बुआई आसमान साफ रहने पर ही करें. दिनभर आसमान में छाये रहे बादल : जिले में गुरुवार को दिनभर आसमान में घने बादल छाये रहे. कई जगहों पर ठनका गिरने की भी घटना हुई. तेज धूप में कमी आने से तापमान में चार डिग्री की कमी आयी. अधिकतम तापमान 27.3 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री रहा. हवा में नमी की अधिकतम मात्रा 89 प्रतिशत रही. 6.9 किमी/घंटा की गति से पूर्वा हवा चलती रही. ठनका की चेतावनी के लिए दामिनी एप एवं मौसम आधारित कृषि परामर्श सलाह के लिए मेघदूत एप को मोबाइल में डाउनलोड करें.
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