Bihar Snake News: बिहार के भागलपुर में मॉनसून सीजन में लगातार हो रही बारिश के कारण जहां गंगा समेत जिले की विभिन्न नदियां, जलाशयों, खेतों व गड्ढों में पानी भर गया है. इस कारण आबादी से दूर रहने वाले विभिन्न प्रजाति के सांप अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित घरों में घुसने लगे हैं. सांप के साथ-साथ चूहे व अन्य कीट पतंगे भी अपनी सुरक्षा के लिए घरों में शरण ले रहे हैं. भूखे सांप चूहों को खाने के लिए घरों में किचन, नाला, खुले वेंटिलेटर, दरवाजे व खिड़कियों की सुराख होकर प्रवेश करते हैं. वहीं घरों में घुसने के बाद यह महीनों से रखे सामान व कबाड़ में छिपकर बैठ जाते हैं.
वन विभाग की टीम रहती है मुस्तैद
जब लोगों की नजर पड़ती है तो घरों में अफरातफरी का माहौल हो जाता है. ऐसे में इन सांपों के रेस्क्यू के लिए वन विभाग की टीम मुस्तैद रहती है. सांप पकड़ने वाली टीम के लीडर अभय कुमार सिन्हा बताते हैं कि जून में 200 व 15 जुलाई तक 100 से अधिक सांप का रेस्क्यू कर चुके हैं. इन सांपों को पकड़कर आबादी से दूर सुनसान जंगलों में छोड़ दिया जाता है. रेस्क्यू टीम में मोहम्मद मुमताज, अरशद व राहुल है.
किस इलाके में मिल रहे सांप
शहर के गंगातट से सटे बरारी, आदमपुर, मायागंज, बूढ़ानाथ मुहल्ला, किलाघाट व टीएमबीयू से सटे मुहल्लों में सांप मिले रहे. वहीं शहरी क्षेत्र से सटे अलीगंज, लोदीपुर, लालूचक, तिलकामांझी हवाई अड्डा, सबौर व नाथनगर के इलाके में सांप का रेस्क्यू किया गया.
कौन सी प्रजाति के सांप मिल रहे
वन विभाग की टीम ने कोबरा, धामन, रसेल वायपर, करैत, सैकड़ा समेत अन्य तरह के सांप पकड़े हैं. वहीं कई जगहों पर मॉनिटर लिजार्ड का भी रेस्क्यू किया गया है.
सांप काटने के बाद सीधे अस्पताल पहुंचे
अगर किसी को सांप काट ले तो झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़े. एक घंटे के अंदर शहर के सदर व मायागंज अस्पताल समेत प्रखंडों के अनुमंडलीय व रेफरल अस्पताल पहुंचे. वहीं सांप से बचाव के लिए घरों में घुसने वाले रास्ते को बंद करें. घर में महीनों से जमा कबाड़ को साफ सुथरा करें. घर में सरसों की खल्ली व कपूर को गोयठा के साथ जलायें. घर के चारो ओर ब्लीचिंग का छिड़काव करें.
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