दक्षिणी भागलपुर के लोगों को जल्द ही बिजली संकट से राहत मिलने वाली है. अलीगंज बिजली उपकेंद्र-2 में एक और 10 एमवीए का पावर ट्रांसफॉर्मर लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है. ट्रांसफॉर्मर को मंगा लिया गया है और इसके इंस्टॉलेशन का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा. अब तक इस उपकेंद्र में दो पावर ट्रांसफॉर्मर कार्यरत हैं, जो 10-10 एमवीए की क्षमता के हैं. तीसरे ट्रांसफॉर्मर के इंस्टॉलेशन के बाद सबस्टेशन की कुल क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे दक्षिणी भागलपुर के इलाकों को निर्बाध और बेहतर बिजली आपूर्ति मिल सकेगी.
कार्यपालक अभियंता प्रकाश झा ने बताया कि पावर ट्रांसफॉर्मर की संख्या बढ़ने से ट्रिपिंग और लोड शेडिंग की समस्याओं में कमी आयेगी. बिजली का लोड अब तीनों पावर ट्रांसफॉर्मरों में विभाजित हो जायेगा, जिससे एक पावर ट्रांसफॉर्मर पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा और सिस्टम की स्थिरता बनी रहेगी.
फीडरों की लाइनों का हुआ विभाजन, फॉल्ट आने पर भी ज्यादा प्रभावित नहीं होंगे मोहल्ले
सिर्फ ट्रांसफॉर्मर ही नहीं, बल्कि उपकेंद्र से जुड़ी लंबी लाइनों के विभाजन का काम भी पूरा किया गया है. मिरजानहाट और विक्रमशिला की लंबी लाइन को दो-दो भागों में बांटकर दो नये फीडरों का निर्माण किया गया है. पहले एक फीडर में खराबी आने पर पूरी लाइन ठप हो जाती थी, जिससे बड़ी संख्या में मोहल्ले प्रभावित होते थे लेकिन, अब एक लाइन में खराबी आने पर सिर्फ वही सेक्शन प्रभावित होगा. बाकी हिस्सों की बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से चलती रहेगी. इस पहल से न केवल फॉल्ट मैनेजमेंट बेहतर होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली सेवा मिल सकेगी. अधिकारियों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी तकनीकी सुधार किये जायेंगे, ताकि शहर की बिजली व्यवस्था और अधिक बेहतर हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है