बबरगंज थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद मुगलपुरा निवासी छोटू कुरैशी की संदिग्ध हालात में हुई मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझ सकी है. मंगलवार को कव्वाली मैदान के पास से बोरी में बंद उसका शव बरामद हुआ था. शव देखकर इलाके में सनसनी फैल गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शव एक बोरी में पैक था, जिसमें उसका सिर बाहर निकला हुआ था और दाहिने पैर का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से कटा हुआ था. मृतक के परिजनों ने बताया था कि छोटू नशे का आदी था और उसकी चोरी व छिनतई जैसे कई आपराधिक मामलों में संलिप्तता रही है. वहीं चार वर्ष पूर्व उसकी गर्भवती पत्नी की हत्या में जिन आरोपियों के नाम आए थे, उनके साथ भी छोटू की नजदीकी थी. बताया जा रहा है कि 19 जुलाई 2021 को पत्नी काजल की हत्या के समय छोटू पर पुलिस से मुखबिरी करने का आरोप लगा था, जिसके बाद से वह कई अपराधियों के निशाने पर था. स्थानीय लोगों में चर्चा है कि छोटू की मौत रेल दुर्घटना में नहीं, बल्कि साजिश के तहत हुई है. लोगों का कहना है कि अगर मौत ट्रेन से कटने से हुई होती, तो रेलवे पुलिस को शव की बरामदगी करनी चाहिए थी. आखिर शव को बोरी में पैक कर घर से महज 50 मीटर दूर कौन फेंक दिया. मृतक के एक रिश्तेदार ने दावा किया कि छोटू की पत्नी की हत्या में संलिप्त इमरान उर्फ मुर्गा (जो कुख्यात टिंकू मियां गैंग से जुड़ा है) और रहमत के साथ उसका उठना-बैठना था. हालांकि, मौत को लेकर परिजनों कोई जानकारी नहीं है.
डीएसपी का दावा : मालगाड़ी की चपेट में आकर हुई मौत
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