टीएमबीयू के प्रशासनिक भवन स्थित लेखा शाखा में बुधवार को आधे घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला. टीएमबीयू के पूर्व डीन सह झारखंड के आरसीयू के कुलपति प्रो संजय झा व एफओ ब्रजकिशोर प्रसाद के बीच एक मामले को लेकर झड़प हो गयी. विवाद इतना बढ़ा की दोनों के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गयी. दोनों अधिकारी ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाये और एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी. मौके पर मौजूद एसएसवी कॉलेज कहलगांव के प्रभारी प्राचार्य डॉ मिहिर मोहन मिश्र सुमन ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया. सेवानिवृत्त शिक्षक के बकाया भुगतान का कार्य करवाने आये थे विवि : पूर्व डीन पूर्व डीन प्रो संजय झा ने बताया कि वह दोपहर को लेखा शाखा में अपने मित्र व सबौर कॉलेज से सेवानिवृत प्रो शंकर प्रसाद मिश्र के बकाया अर्जित अवकाश व जीआइसी के बकाया भुगतान को लेकर विवि आये थे. उन्होंने कहा कि प्रो मिश्र का कोलकाता में उपचार चल रहा है. वह जीवन व मौत से जूझ रहे हैं. वह 30 जून 2021 को सबौर कॉलेज से सेवानिवृति हुए थे. उनकी बेटी नेहा द्वारा विवि में कई बार आवेदन दिया गया है, लेकिन भुगतान नहीं किया गया है. उन्हें इलाज के लिए रुपये की काफी जरूरत है. उन्होंने बताया कि मामले को लेकर जब कुलपति व रजिस्ट्रार से मिलने विवि पहुंचे, तो किसी से मुलाकात नहीं हुई. जब लेखा शाखा आये, तो यहां एफओ मिले. उनसे फाइल के बारे में जानकारी ली, तो एफओ गलत तरह से बातें बोलने लगे. इस बाबत उन्होंने जवाब दिया. लगाये जा रहे आरोप गलत व निराधार : एफओ मामले में एफओ ब्रजकिशोर प्रसाद ने कहा कि लगाये जा रहे आरोप गलत व निराधार हैं. उन्होंने कहा कि किसी काम के सिलसिले में लेखा शाखा आये थे. प्रो झा उन्हें देखते ही गलत आरोप व अभद्र शब्दों का प्रयोग करने लगे. साथ ही चिल्ला कर केस दर्ज कराने की धमकी भी दी. एफओ ने कहा कि उनसे कहा जा रहा था कि फाइल उनके पास नहीं है. इसके बाद भी प्रो झा गलत आरोप लगा रहे थे. इस तरह का व्यवहार करना कहीं से उचित नहीं था. जबकि फाइल को लेकर सभी को जानकारी है.
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