श्रावणी मेला की तैयारी की समीक्षा बैठक में जिला प्रशासन ने पीएचइडी विभाग के कार्यों की कड़ी समीक्षा की. डीएम ने विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि विभाग के सभी कार्यों की जांच करायी जायेगी. किसी प्रकार की गड़बड़ी पायी गयी, तो संबंधितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे किये जाएं.एक जांच कमेटी का गठन किया गया है, जो विभाग के सभी कार्यों की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी. जनप्रतिनिधियों ने डीएम को बताया कि कई जगहों पर चापाकल खराब पड़े हैं और केवल रंग-रोगन का काम किया गया है, जो पूरी तरह अस्वीकार्य है. डीएम ने कहा कि सभी चापाकल को दुरुस्त किया जाएगा और उनमें नंबर अंकित कर बीडीओ को सूची उपलब्ध करायी जायेगी. ऐसा नहीं करने पर जांच कमेटी सख्त कार्रवाई करेगी. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता ने बताया कि गंगा घाट पर बैरिकेडिंग का एक लेयर का कार्य पूरा हो चुका है. दो लेयर का कार्य जल्द पूरा किया जायेगा. जाली लगाने का काम पांच जुलाई के बाद शुरू होगा. कृष्णगढ़ से मंदिर तक 300 मीटर रास्ता बंद रखा जायेगा, ताकि दुर्घटना की आशंका को कम किया जा सके. कच्चा कांवरिया पथ पर बालू बिछाने तथा अन्य सुविधाओं को लेकर पथ निर्माण विभाग की तरफ से जानकारी में बार-बार बदलाव देखा गया, जिससे बैठक में मौजूद अधिकारियों ने कड़ी नसीहत दी और सही जानकारी समय पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. पथ निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि कुछ जगहों पर अतिक्रमण होने से कार्य में बाधा आ रही है, जिसे हटाने के निर्देश दिये गये हैं. डीएम ने कहा कि मेला की तैयारी में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी और सभी विभाग अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी तत्परता से करें.
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