भागलपुर जिला निबंधन कार्यालय के अभिलेखागार से अभिलेखों की चोरी मामले का पुलिस ने एक दिन पूर्व ही उद्भेदन किया था. मामले में भागलपुर पुलिस की एक टीम लगातार राज्य के विभिन्न जिलों की पुलिस से संपर्क साध इस तरह के मामले उनके जिलों में प्रतिवेदित होने की जानकारी ले रही है. अबतक हुई जांच में मामले में सुपौल और सहरसा में भी इस तरह की घटना को अंजाम दिये जाने की आशंका जतायी जा रही है. पुलिस को जानकारी मिली है कि सितंबर 2024 में भागलपुर निबंधन कार्यालय में हुई घटना के बाद महीनों तक घटना के मास्टरमाइंड सुरेश सिंह और प्रद्युमन मुखिया सुपौल और सहरसा में रहे थे. इसको लेकर पुलिस की एक टीम सुपौल और सहरसा जाने की भी तैयारी कर रही है. मामले में पुलिस को फरार दो चोर कटिहार निवासी अरमान और आरजू खान की भी तलाश है. बता दें कि घटना के दौरान अख्तर और रोहताज ने वेंटिलेटर को तोड़ अभिलेखागार में प्रवेश किया था. दो बैग में चोरी किये गये अभिलेखों को रख अरमान और आरजू को सौंप दिया था. जिसे वे लोग अपने साथ लेकर चले गये थे. मामले में पुलिस ने दोनों ही बैग अरमान के घर से बरामद कर लिया था. जिसमें छह वर्षों के कुल पांच रजिस्टर मिले थे. मामले में अरमान और आरजू की गिरफ्तारी के बाद ही कितने अभिलेख चोरी हुई, इसकी जानकारी मिलने की संभावना जतायी जा रही है.
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