प्रमंडलीय आयुक्त हिमांशु कुमार राय ने शुक्रवार को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल व कॉलेज का निरीक्षण किया. उनके साथ अस्पताल अधीक्षक डॉ अविलेश कुमार सहित कई एचओडी भी थे. उन्होंने सबसे पहले फेब्रिकेटेड वार्ड का निरीक्षण किया. इसके बाद इमरजेंसी, ब्लड बैंक,आइसीयू का भी जायजा लिया. एक्स-रे, सीटी स्कैन की व्यवस्था को भी देखा. निरीक्षण के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि अस्पताल की सारी व्यवस्था अच्छी तरह से संचालित हो रही है. आयुक्त ने कहा कि हमने अस्पताल के विभिन्न विभागों के एचओडी से बात की और जानकारी ली कि आपके यहां क्या-क्या दिक्कतें हैं. कुछ मांग की गयी है, जिसे सरकार को भेजेंगे. प्रमंडलीय आयुक्त ने अस्पताल प्रबंधन से स्पष्ट कहा कि यहां सभी दवाएं उपलब्ध है. किसी भी परिस्थिति में यह शिकायत न मिले कि मरीजों से बाहर से दवा मंगवायी जा रही है. उन्होंने कहा कि यहां सभी व्यवस्था ठीक है, लेकिन कुछ और सुधार की आवश्यकता है. इसके लिए अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिया है. – ब्लड बैक में सामान्य ब्लड की उपलब्धता, ओ माइनस व ए माइनस ब्लड भी रखें उपलब्धब्लड बैंक में कई ग्रुप के ब्लड की अनुपलब्धता पर प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि ब्लड बैंक में सामान्य ग्रुप के ब्लड की उपलब्धता है. जैसे बी माइनस, ए माइनस की उपलब्धता नहीं है. इन दोनों ग्रुप के ब्लड को प्रोटेकॉल में रखने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि वो खुद हर वार्ड के सामान्य लोगों से बात किया कि आपको कोई परेशानी तो नहीं है. बार-बार अर्थिंग को लेकर सीटी स्कैन मशीन के बंद हो जाने के सवाल पर प्रमंडलीय आयुक्त को अस्पताल अधीक्षक अविलेश कुमार ने कहा कि जो खराबी थी उसे ठीक कर लिया गया है. पैथोलॉजी को लेकर बराबर मरीजों के नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां के पैथोलॉजी की व्यवस्था ठीक है. पुराने हॉस्टल को खाली कर नये हॉस्टल के सवाल पर प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि इस बारे में जानकारी लेते हैं. निरीक्षण में कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ सीएम सिन्हा, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ रेखा झा, डॉ दिव्या सिंह, अस्पताल मैनेजर सुनील कुमार सहित कई डॉक्टर थे.
– सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का किया निरीक्षण
प्रमंडलीय आयुक्त मायागंज अस्पताल के बाद सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कई निर्देश भी दिये. लगी मशीन को स्टॉल कर इसे चलाया जाये. –मेरे पति को पानी सही से नहीं चढ़ रहा था, सिस्टर नहीं सुनी, डॉक्टर साहब आकर ठीक किये
ब्लड बैंक से निकलने के बाद निरीक्षण के क्रम में एक मरीज की पत्नी रोते हुए प्रमंडलीय आयुक्त के पास आकर खड़ी हो गयी और बोली सर, मेरे पति के हाथ में सूई लगी है. लेकिन वह काम नहीं कर रहा था, सिस्टर से बोले तो वो वह बात नहीं मानी, एक डॉक्टर साहब आये तो सूई को सही किये. मरीज की पत्नी ने बताया कि वह कजरैली के कुनेनी गांव की रहने वाली है. आयुक्त ने तुरंत निर्देश दिया कि जो परेशानी है उसे देखा जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है