पशुपालन विभाग की ओर से बकरी पालन को बढ़ावा देने व बकरी पालकों काे संगठित करने की है योजना
दीपक राव, भागलपुरपशुपालन विभाग की ओर से बकरी (गॉट) फेडरेशन के गठन की योजना शुरू हो गयी है. इसके तहत जिले के सभी 16 प्रखंडों में एक-एक गॉट फेडरेशन बनाया जायेगा. योजना का उद्देश्य बकरी पालन को बढ़ावा देना और बकरी पालकों को संगठित करना है, ताकि वे बेहतर बाजार तक पहुंच सकें और अपनी आय बढ़ा सके. कहा जा सकता है कि बकरी को गरीबों का एटीएम बनाने की योजना है.सहकारिता विभाग से सबसे पहले सुल्तानगंज में हुआ रजिस्ट्रेशन
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ अंजली सिन्हा ने बताया कि इस योजना के तहत सुल्तानगंज गॉट फेडरेशन का सहकारिता विभाग की ओर से रजिस्ट्रेशन हो चुका है, जबकि अन्य प्रखंडों का रजिस्ट्रेशन कार्य प्रगति पर है.
बकरी पालन से संबंधित अन्य योजनाओं पर चल रहा है काम
पशुपालन विभाग के डॉ गोपालकृष्ण कन्हैया ने बताया कि प्रदेश सरकार बकरी पालन के क्षेत्र में गॉट फेडरेशन के अलावा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और पशु हाट जैसी योजनाओं को शुरू करने जा रही है. बकरियों की नस्ल सुधारने को लेकर गॉट सीमेन स्टेशन खोलने की सरकार से मंजूरी मिल चुकी है. शीघ्र ही भागलपुर में भी इस योजना का लाभ बकरी पालकों को मिलेगा. कहा कि इस योजना से ग्रामीण क्षेत्र में स्थिर स्थिर आय का स्रोत बढ़ेंगे.
बकरी फेडरेशन के गठन से बकरी पालकों को हाेगी कई सुविधा
फेडरेशन का मुख्य उद्देश्य बकरी पालकों को एक मंच प्रदान करना है ताकि वे संगठित होकर बकरी पालन से संबंधित गतिविधियों को बेहतर ढंग से चला सकें. बकरी पालकों को बेहतर बाजार तक पहुंच मिलेगी, जिससे उन्हें अपने उत्पादों के लिए अच्छी कीमतें मिल सकेंगी. फेडरेशन बकरी पालकों को प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और ऋण जैसी सुविधाएं भी प्रदान करेगा. यह योजना बकरी पालन को एक लाभदायक व्यवसाय बनाने में मदद करेगी.कोट:-
गॉट फेडरेशन दुग्ध सहकारी समिति की तर्ज पर काम करेगा. अक्सर देखा जाता है कि डेंगू व अन्य बीमारी के समय बकरी के दूध की किल्लत हो जाती है, जब फेडरेशन काम करेगा, तो दूध की मांग आसानी से पूरी होगी. बकरी पालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सरकारी व गैरसरकारी रूप से मदद मिलेगी.
डॉ अंजली सिन्हा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, भागलपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है