शहर के स्कूलों की छुट्टी के वक्त जाम अब एक गंभीर और रोजमर्रा की समस्या बन गयी है. सोमवार को जीरोमाइल से लेकर सबौर तक सड़कों पर स्कूल बसें, निजी वैन, अभिभावकों के वाहन और भारी ट्रक जाम में फंसे रहे. काफी देर तक वाहनों का हिलना तक मुश्किल था. बीते शनिवार को प्रमंडलीय आयुक्त हिमांशु कुमार राय की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर स्कूली समय में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया था. लेकिन सोमवार को यह आदेश बेअसर दिखा. दोपहर के वक्त जब स्कूल में छुट्टी हुई, उस समय भी भीषण जाम की स्थिति बनी हुई थी. शहर में जीरोमाइल से एनएच 80 पर सड़क निर्माण का काम चल रहा है. सुबह 6:30 से 8:00 और दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक का निर्देश था. बावजूद इसके स्कूली छुट्टी के समय दर्जनों ट्रक और अन्य भारी वाहन शहर में प्रवेश करते दिखे. रानी तालाब से जीरोमाइल तक लंबा जाम लगा रहा. निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया गया शनिवार को हुई बैठक में एसडीओ, एसपी सिटी शुभांक मिश्रा, यातायात डीएसपी आशीष कुमार सिंह सहित विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य शामिल हुए थे. निर्णय लिया गया था कि रोड का काम पूरा होने तक स्कूल के समय सभी बड़े वाहनों काे से एक से डेढ़ किलोमीटर दूर ही रोक दिया जायेगा. लेकिन सोमवार को न तो कोई बैरिकेडिंग प्रभावी दिखा और न ही पर्याप्त पुलिस बल तैनात थे. 12:29 बजे से लेकर 2.46 बजे तक का हाल प्रभात खबर की टीम ने सोमवार को 12:29 बजे से लेकर 2.46 बजे तक पूरे मार्ग की स्थिति का जायजा लिया. 12:29 बजे: जीरोमाइल चौक से आगे भारी वाहनों की कतारें लग चुकी थीं. ज्योति विहार कॉलोनी से झुरखुरिया मोड़ तक दोपहिया वाहनों को भी निकलने में परेशानी हो रही थी. 12:52 बजे: बाबूपुर मोड़ पर डायवर्सन के कार्य के चलते भीषण जाम था. वहां कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं दिखा. 1:07 बजे: माउंट असीसी स्कूल के पास जाम और विकराल दिखा. बच्चों की छुट्टी के समय सड़कों पर वाहनों का हुजूम था. लोग श्मशान घाट रोड के वैकल्पिक मार्ग से निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वहां भी सड़क निर्माण के कारण जाम था. 1:56 बजे: जाम की जानकारी मिलते ही डीएसपी आशीष कुमार सिंह दलबल के साथ पहुंचे. खुद ट्रकों को लाइन से निकालने का निर्देश देते नजर आये. 2:56 बजे : जाम के दौरान भारी वाहनों को बाबूपुर मोड़ के पास रोका गया, जिसके बाद स्थिति काबू में आयी. प्रशासनिक व्यवस्था फेल यातायात डीएसपी आशीष कुमार सिंह ने स्वीकार किया कि अतिरिक्त पुलिस बल की कमी के कारण जाम पर काबू नहीं पाया जा सका. बैरिकेडिंग लगाने की कोशिश की गयी थी, लेकिन उससे जाम और ज्यादा बढ़ गया. ट्रकों की लंबी कतार के कारण छोटे वाहन और स्कूली बसें जाम में फंसे रहे. जाम की समस्या से परेशानी स्थानीय लोगों ने बताया की सड़क जाम की समस्या से काफी परेशान हैं. प्रशासन को संज्ञान लेने की आवश्कता है. लागों ने कहा जब तक स्कूल के समय में भारी वाहनों पर सख्ती से रोक नहीं लगेगी और वैकल्पिक मार्गों की प्रभावी व्यवस्था नहीं होगी, तब तक जाम से निजात संभव नहीं है.
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