जिले में जमीन से जुड़े विवाद पारिवारिक व्यवस्था को मटियामेट कर रहा है. शहरी व ग्रामीण इलाकों से बड़ी संख्या में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. कहीं भाई-भाई से उलझा है तो कहीं सगे संबंधी एक-दूसरे के जान के दुश्मन बन बैठे हैं. जमीन विवाद के कारण झगड़े, मारपीट, हत्या के प्रयास जैसी घटनाएं भी हो रहीं हैं. जमीन बंटवारा को लेकर अधिक विवाद सामने आते हैं. इसके साथ ही जमीन पर कब्जा के मामले भी आ रहे हैं. हालांकि, प्रशासन द्वारा यह दावा किया जाता है कि जमीन विवाद के मामलों में संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई हो रही है, लेकिन हकीकत कुछ और है. अधिकांश मामलों में पीड़ितों को न्याय के लिए थानों और अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर काटना पड़ता है.वहीं पीड़ित पक्ष द्वारा नामजद प्राथमिकी के बाद भी पुलिस की ओर से ठोस कदम नहीं उठाया जाता है.
ऐसे मामलों से अदालत पर भी दबाव बढ़ रहा. भूमि विवाद के कई वर्षों से कोर्ट में चल रहे हैं. लेकिन साक्ष्य के अभाव के कारण न तो पीड़ित को न्याय मिल पा रहा है और न ही गलत करने वालों को सजा. ऐसी स्थिति में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
घटनाओं में इजाफा, पुलिस की चिंताभागलपुर पुलिस के लिए इस तरह के मामले सिरदर्द बन रहा है. कई बार मामूली विवाद हत्या और खून-खराबे में तब्दील हो जाते हैं. तातारपुर, जोगसर, बरारी, और लोदीपुर जैसे थाना क्षेत्रों में ऐसे कई मामले पिछले कुछ महीनों में सामने आ चुके हैं.हाल के कुछ मामले
1.जमीन विवाद के कारण बीते दिन लोदीपुर थाना क्षेत्र में सगे भाई ने अपने भाई की चाकू मारकर हत्या कर दी.
2. 24 जून को शाहकुंड थाना क्षेत्र में चार डिसमिल जमीन को लेकर वृद्ध की हत्या का मामला सामने आया था. जिसमें उक्त वृद्ध सिर कुचलकर कर गले में फंदा डाल दिया गया था.3.सनोखर थाना क्षेत्र की महिला सविता देवी का आरोप है कि जमीन पर दखल करने के एवज में दबंगों द्वारा 2 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की जा रही है. 31 दिसंबर को शिकायत दर्ज की गयी थी.
4.पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत परबत्ता थाना क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री के दो भांजे 20 मार्च को विश्वजीत और जयजीत आपस में भिड़ गए. इसमें विश्वजीत की मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है