टीएमबीयू में चल रहे एमबीए प्रोग्राम को ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) से अप्रूवल मिल गया है. कुलपति प्रो जवाहर लाल ने इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों, कॉमर्स के डीन, हेड, एमबीए की डायरेक्टर सहित फैकल्टी मेंबर्स को बधाई दी है. अब एमबीए प्रोग्राम में 60 सीटों पर नामांकन का रास्ता साफ हो गया है. निर्धारित 60 सीटों से ज्यादा नामांकन नहीं हो सकता है. ईडब्ल्यूएस के मामले में राज्य सरकार के नियमानुसार 10 प्रतिशत सीट यानि छह और सीटों पर नामांकन संभव हो सकता है. कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि एमबीए प्रोग्राम को कॉर्पोरेट लुक दिया जायेगा. बिल्डिंग भव्य व आकर्षक दिखेगा. आसपास के विश्वविद्यालयों के छात्रों को भी इससे फायदा होगा. छात्रों को ोअच्छे जगहों पर इंटर्नशिप व प्लेसमेंट हो सकेगा. वहीं देश-विदेश के संस्थानों के साथ शोध, अनुसंधान व नवाचार को बल मिलेगा. एआइसीटीई ने एमबीए विभाग का ऑनलाइन इंस्पेक्शन किया था, जिसमें सभी चीजें सही मिली थी. कॉमर्स विभाग के अंतर्गत चल रहा था एमबीए प्रोग्राम
टीएमबीयू के पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि वर्तमान में टीएमबीयू में एमबीए प्रोग्राम कॉमर्स डिपार्टमेंट के अंतर्गत संचालित हो रहा है, लेकिन एआइसीटीई से अप्रूवल के बाद अब एमबीए प्रोग्राम का अपना अस्तित्व होगा. एकेडमिक काउंसिल, सीनेट, सिंडिकेट आदि से प्रस्ताव पारित कराकर इसे मूर्त रूप दिया जायेगा. वित्तीय सहयोग भी बढ़ेगी. विदेशी संस्थानों में विशेषकर यूएस, यूके, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया आदि जगहों पर छात्रों को अवसर मिलेंगे. एआइसीटीई पीजी स्कॉलरशिप भी देती है. इंडस्ट्रीज के साथ कॉलोबोरेशन किया जायेगा. हाल के वर्षों में एमबीए प्रोग्राम के छात्रों का प्लेसमेंट भी हुआ है. एमबीए विभाग के एक छात्र को एनटीपीसी में साढ़े आठ लाख का पैकेज मिला है. भविष्य में इसमें और भी इजाफा हो सकता है. उम्मीद है की बड़ी बड़ी कम्पनियां टीएमबीयू के एमबीए में कैम्पस प्लेसमेंट करने आयेगी.
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