नागपंचमी का त्योहार उत्साह और श्रद्धा भक्ति से मनाया गया. नगरह के सुप्रसिद्ध विषहरी मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना की गयी. परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देश पर आचार्य व पंडितों ने मां विषहरी की आराधना की. मंदिर के पुजारी चंद्र ठाकुर ने बताया कि हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागपंचमी मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन नाग देवता की पूजा अर्चना करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. मां विषहरी के दरबार में हाजिरी लगाने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. हर मंगलवार व शनिवार को यहां विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन होता है.
हर घर एक दीप माता बिहुला के नाम जलाये जायेंगे
बिहुला विषहरी पूजा को लेकर नवगछिया अनुमंडल में तैयारी जोर शोर से हो रही है. मंगलवार को नवगछिया मनसा सदन में बिहुला विषहरी पूजा समोराह समिति की बैठक अध्यक्ष विमल किशोर पोद्दार की अध्यक्षता में हुई. बैठक में 17 व 18 अगस्त को पूजा समारोह को भव्य रूप से मनाने पर विचार विमर्श किया गया. इस वर्ष हर घर से एक दीप माता बिहुला के नाम से जलाने का निर्णय लिया गया. शहर के चौक चौराहे पर रंगोली बनाये जायेंगे. पूजा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि 16 अगस्त को रात्रि में मड़वा पूजन और 17 को सुबह में प्रतिमा पूजन के साथ पूजा समारोह का शुभारंभ होगा.संध्या बिहुला विषहरी से जुड़ी झांकी भागलपुर के कलाकारों के द्वारा निकाली जायेगी. बाला लखेंद्र की बारात भ्रमण रात्रि में बिहुला बाला लखेंद्र का विवाहोत्सव होगा. 18 को देर शाम प्रतिमा विसर्जन के उपरांत समारोह को समापन होगा. बैठक में मुकेश राणा, मनीष भगत, प्रेमशंकर सिंह, अजय विश्वकर्मा, कौशल जायसवाल, श्रीओम सिंह, मनोज यशपाल, राजेश साह, नर्सिंग महतो, रीतेश केजरीवाल मौजूद थे.नाग पंचमी पर नाग देवता की भी हुई पूजा
नाग पंचमी पर मंगलवार को श्रद्धालुओं ने नाग देवता की पूजा की. मंदिरों में दूध, लावा, पुष्प व धूप अर्पित कर भक्तों ने सुख-शांति व समृद्धि की कामना की. नाग देवता की पूजा में महिलाओं और बच्चों की विशेष सहभागिता रही. लोगों ने नाग पंचमी पर सुलतानगंज में आस्था,श्रद्धा के साथ नाग देवता को नमन कर जीवन को धन्य किया. मंदिर में भक्तो की भीड़ रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है