दिल्ली पब्लिक स्कूल भागलपुर एवं वीबी कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा स्थापित दीक्षापुरम के 20वें वर्षगांठ पर मंगलवार सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत गंगा आरती से हुई. बारारी स्थित सीढ़ी घाट पर गंगा आरती से हुई. गंगा तट पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई आध्यात्मिक सांस्कृतिक झांकियां और नृत्य-नाटिका ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके पश्चात टाउनहॉल में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्राचीनतम विधा ध्रुपद की सुरमयी प्रस्तुति हुई.
विश्व प्रसिद्ध बांसुरी वादक पद्मश्री पंडित रोनू मजूमदार ने अपनी बांसुरी की मधुर ध्वनियों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया. उनके साथ पंडित ललित कुमार (तबला) एवं कल्पेश सचाला (बांसुरी) ने भी अपनी कला का अद्भुत प्रदर्शन किया. साथ ही कोलकाता से पधारे कलाकारों की सुंदर प्रस्तुति ने सांस्कृतिक शाम को और भी रंगीन बना दिया. इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि दीक्षा पुरम केवल एक शैक्षिक परिसर नहीं, बल्कि यह संस्कृति, संस्कार और समर्पण का प्रतीक है. हम गर्व के साथ इस 20 वर्षीय यात्रा का उत्सव मना रहे हैं, जिसमें छात्रों के सर्वांगीण विकास के साथ भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्राथमिकता दी गई है. कार्यक्रम में भागलपुर एवं आसपास के क्षेत्रों से गणमान्य नागरिक, अभिभावक, विद्यार्थी एवं शिक्षा क्षेत्र के अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे.
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