भीखनपुर में पाइपलाइन शिफ्टिंग का कार्य महीनों से जारी है, लेकिन अबतक ठोस परिणाम नहीं दिख रहा है. दावा किया गया था कि काम लगभग पूरा हो चुका है, पर हकीकत यह है कि रेलवे पुल के नीचे अब भी कार्य लंबित है. इधर, वार्ड 34 में बोरिंग खराब होने से पांच दिनों से लोग पानी के लिए परेशान हैं. कोई 200 मीटर दूर से पाइप लगाकर पानी लाने को लोग विवश हैं, तो कोई पड़ोसी के बोरिंग पर निर्भर है. बढ़ई टोला इलाके में पांच दिन से सरकारी बोरिंग बंद है. लोगों को घरों में पानी नहीं मिल रहा. हालात यह हैं कि काली मंदिर के पास एक प्याऊ चालू है, जहां से लोग पाइप लगाकर 200 मीटर दूर तक पानी ले जा रहे हैं. प्रभारी वशिष्ठ नारायण चौधरी ने बताया कि बोरिंग का मोटर जल गया था, जिसे दुरुस्त कर लिया गया है. मंगलवार को मोटर लगाकर पानी की सप्लाई चालू कर दी जायेगी.
पाइपलाइन प्रोजेक्ट लेटलतीफी की भेंट चढ़ा, 69 लाख की योजना अधूरी
भीखनपुर से इशाकचक रोड के बीच पाइपलाइन शिफ्टिंग की योजना पर करीब 69 लाख रुपये खर्च होने हैं. यह काम अगर समय पर पूरा हो जाता, तो 500 से ज्यादा घरों को नियमित पानी मिल सकता था. डेढ़ माह पहले ही अधिकारियों ने कहा था कि बस पुल के नीचे थोड़ा काम बचा है, लेकिन सोमवार को पूछे जाने पर वही बात दोहरायी गयी. इससे स्पष्ट है कि काम में कोई गति नहीं है. लगातार हो रही देरी से लोगों को पानी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ रही है.
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