भागलपुर
कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई एक घटना ने फिर से शहर में फर्जी पुलिस बनकर लोगों को झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने का प्रमाण दिया है. ताजा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के आरपी रोड का है. जहां 16 अप्रैल को सुबह साढ़े आठ बजे तीन लोगों ने खुद को पुलिस बता कर एक महिला को बुलाया और उनके द्वारा पहने गये सोने के आभूषणों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से उतारने को कहा. जिसे एक कागज में लपेट कर महिला को थमा दिया. महिला ने जब अपने घर पहुंचकर कागज खोला तो पाया कि कागज की पोटली में केवल प्लास्टिक के कंगन रखे हुए थे. मामले में फर्जी पुलिस वालों के ठगी का शिकार हुई महिला के बेटे संजय अग्रवाल ने कोतवाली थाना पहुंच कर इसकी शिकायत दर्ज करायी है. आवेदन के आधार पर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
कोतवाली थाना को दिये आवेदन में उल्लेख किया कि विगत 16 अप्रैल की सुबह उनकी मां शकुंतला देवी अपने काॅलाेनी वंशी निकेतन आरपी राेड पर गाड़ी से उतर कर पैदल ही घर की ओर जाने लगी. तभी मास्क लगाए एक व्यक्ति ने आवाज देकर बुलाया. उनके पास जाने पर उन्होंने खुद को पुलिस वाला बताया और जांच करने की बात कही. तभी वहां दो अन्य युवक भी पहुंच गये. जिसमें एक युवक ने सोने की चेन पहनी थी. उसे डांट कर मास्क लगाये व्यक्ति ने चेन उतरवा लिया और उसे एक कागज में लपेट कर उसे दे दिया. इस दौरान उक्त व्यक्ति ने उनकी मां को भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से सारे गहनों को उतारने को कहा. जिस पर उनकी मां ने झांसे में आकर अपने दाेनाें हाथ का कंगन व साेने का चेन खाेलकर दे दिया. इस बीच फर्जी पुलिस बने युवक ने कागज में लपेट कर महिला काे दे दिया, बाेला कि घर जाकर खाेलिएगा. महिला ने सादे कागज में दिए सामान काे अपना जेवर समझकर पर्स में रख लिया. घर जाकर पर्स खाेला ताे उसमें प्लास्टिक से बना हुआ जेवर जैसा सामान था. केसकर्ता ने बताया कि ठगों द्वारा झांसा देकर ठगी किये गये सोने के जेवरात के मूल्य करीब तीन लाख 80 हजार रुपये हैं.
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