एक ओर जहां तीन दिन पहले शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर नाला का कीचड़ जमने की समस्या हो गयी थी, वहीं दूसरी ओर अब सूखकर धूल बनकर राहगीरों को परेशान कर रही है. नगर निगम की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गयी. जहां कीचड़ जमा था, वहां की स्थिति जस की तस रह गयी है. अब उन्हें दूसरी बारिश का इंतजार है, ताकि फिर वो कचरा फिर नाले में चला जाये. लोगों का आक्रोश देखते ही बन रहा है. उनका कहना है कि पहले नगर निगम की ओर से बारिश पूर्व तैयारी को लेकर केवल बैठक हुई और जहां-तहां दिखावे के लिए नाला व नाली की उड़ाही की गयी. बारिश ने नगर निगम के क्रियाकलाप को सबके सामने ला दिया और नाला का कीचड़ सड़क पर जम गया. चाहे वह स्मार्ट सिटी क्षेत्र का वीआइपी मोहल्ला ही क्यों नहीं हो. लोहापट्टी, लोहिया पुल के तीनों ओर की सड़क, बाल्टी कारखाना चौक, सिकंदरपुर, मिरजानहाट रोड, अलीगंज, गंगटी मार्ग, मारूफचक, सराय, उर्दू बाजार, लालकोठी आदि में यही स्थिति है. यहां कभी-कभार झाड़ू लगती है. हाल के दिनों में कोई व्यवस्था नहीं की गयी.
पहले आदमपुर चौक से लेकर आकाशवाणी मुख्य मार्ग तक कीचड़ को शिवशक्ति मंदिर प्रबंधन की ओर से साफ कराया गया, ताकि दूसरी सोमवारी पर श्रद्धालुओं की श्रद्धा को ठेस नहीं पहुंचे. फिर आकाशवाणी चौक से लेकर राधारानी सिन्हा रोड स्थित पुलिया तक कीचड़ का बड़ा परत धूल बनकर उड़ने लगी, तो स्थानीय दुकानदार से लेकर आमलाेग परेशान होते रहे. बावजूद नगर निगम के स्वास्थ्य शाखा हो या सफाई एजेंसी की ओर से कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी. चार दिनों तक कचरा सड़क पर जमा रहा. फिर दुकानदारों ने खुद के खर्च पर मजदूरों से सड़क का कीचड़ साफ कराया.
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