राजभवन ने विश्वविद्यालयों में कार्यरत वैसे शिक्षकों की सूची मांगी है, जो पदाधिकारी के पद पर भी कार्यरत हैं. राजभवन के प्रधान सचिव आरएल चोंग्थू ने टीएमबीयू समेत राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को पत्र जारी कर दिया है. पत्र के अनुसार पूरी जानकारी 28 जुलाई तक मांगी गयी है. रिपोर्ट में पद, पदाधिकारी की नियुक्ति, सेवाकाल, शिक्षक के रैंक व रिटायर हाेने के वर्ष का जिक्र करना है. कहा कि डीन, प्राॅक्टर, सीसीडीसी सहित वैसे सभी पदाें की जानकारी देना है, जिसपर एसोसिएट प्रोफेसर या प्राेफेसर नियुक्त है. जानकारी के अनुसार राजभवन इन पदों पर शिक्षकों को हटाकर नयी नियुक्ति कर सकता है. इससे शिक्षण कार्य व शिक्षकों की कक्षा प्रभावित नहीं होगी. जुलाई में ही राजभवन ने कहा था कि अधिकारियों काे एक से अधिक पद की जिम्मेदारी नहीं दी जाये, जहां ऐसी स्थिति है उसकी रिपोर्ट मांगी गयी थी.
मामले पर रजिस्ट्रार प्राे रामाशीष पूर्वे ने कहा कि नियमित प्राचार्याें की पाेस्टिंग की प्रक्रिया 26 जुलाई काे है. इसके बाद राजभवन को रिपाेर्ट भेजी जायेगी. बता दें कि टीएमबीयू में चार एसाेसिएट प्राेफेसर व प्राेफेसर के पास कई पद हैं. प्रो अर्चना साह पीजी इतिहास विभाग की हेड और पीजी प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग की प्रभारी हेड हैं. साथ ही टीएमबीयू में प्राॅक्टर व इस्टेट अफसर हैं. अर्थशास्त्र के प्राे संजय झा टीएमबीयू में काॅलेज इंस्पेक्टर आर्ट्स एंड काॅमर्स हैं. इतिहास विभाग के शिक्षक डाॅ आनंद कुमार सेंट्रल लाइब्रेरी के प्रभारी हैं. इनके पास एमलिब व बीलिब काेर्स का जिम्मा भी है. प्राे निर्मला कुमारी पीजी आइआरपीएम विभाग की हेड व एमबीए विभाग की निदेशक भी हैं. शिक्षक अनिल कुमार सिंह विकास पदाधिकारी हैं.
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