व्हाट्स एप पर लाॅटरी जीतने का झांसा देकर तिलकामांझी निवासी मायागंज अस्पताल के अवकाश प्राप्त स्वास्थ्यकर्मी देवनारायण पोद्दार से 3.60 लाख रुपए की साइबर ठगी कर ली गयी है. पीड़ित ने साइबर थाने में लिखित शिकायत दी है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है. देरनारायण पोद्दार मायागंज में पैथोलॉजी लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्य करते थे. उन्होंने पुलिस को बताया है कि पिछले माह उनके मोबाइल पर एक व्हाट्स एप मैसेज आया. उसमें लिखा था कि उनके नाम की लाॅटरी निकली है. कॉल कर ठग ने कहा कि 1.80 लाख रुपए देने पर उन्हें 30 लाख की राशि मिलेगी. शातिर ठगों ने विश्वास दिलाते हुए अलग-अलग खातों में पैसे मंगवाने शुरू कर दिए. पोद्दार ने जैसे-तैसे रकम जुटाकर ठग के खाते में भेज दिया. एक लाख रुपए तो उन्होंने एफडी तोड़कर दिए. 1.80 लाख रुपए लेने के बाद ठग ने नया बहाना बनाया कि लाॅटरी की रकम डॉलर में है, जिसे रुपए में बदलने के लिए और पैसे लगेंगे. इस चक्कर में वृद्ध स्वास्थ्यकर्मी से कुल 3.60 लाख रुपए ठग लिए गए. जब काफी समय तक रकम नहीं मिली और ठग टालमटोल करता रहा, तब जाकर पोद्दार ने साइबर थाने में गुहार लगायी. पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में मामला अंतरराज्यीय साइबर गिरोह से जुड़ा प्रतीत हो रहा है. शिकायत के आधार पर ठगों की पहचान और बैंक खातों की जानकारी निकाली जा रही है. भागलपुर इन दिनों साइबर ठगों के निशाने पर है. रोजाना कहीं न कहीं साइबर ठगी का मामला सामने आ रहा है. साइबर थाना में केस भी दर्ज कराया जा रहा है. वारदात की संख्या के मुकाबले पुलिस मामला निपटाने में कम सफलता मिल रही है. साइबर ठग ग्रामीणों को आसानी से अपने जाल में फंसा रहे हैं.
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