टीएमबीयू का नैक से मूल्यांकन होना है. इसकी तैयारी विवि में चल रही है. विवि का एक्यूएआर अपलोड कर दिया गया है. दूसरी तरफ सेंट्रल लाइब्रेरी का ऑटोमेशन अबतक नहीं हो सका है. जबकि वर्ष 2016 में विवि में मूल्यांकन करने आयी नैक टीम ने लाइब्रेरी के ऑटोमेशन सहित कई बिंदुओं पर काम करने का निर्देश दिया था. टीम के निर्देश के आठ साल बीत गये. इस दौरान विवि में कई कुलपति आये व चले गये, लेकिन ऑटोमेशन का काम नहीं हो सका. सिर्फ फाइल पर ही काम दिखाया गया.
वर्ष 2016 में रिसर्च में आगे था विवि
विवि से बी ग्रेडिंग में मिला था अधिक प्वाइंट
विवि के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि नैक टीम से टीएमबीयू को सूबे के अन्य विवि की तुलना में बी ग्रेडिंग में भी अधिक प्वाइंट मिला था. इसे लेकर सूबे के अन्य विवि में अधिक प्वाइंट मिलने पर काफी चर्चा हुआ था. राजभवन से भी प्रशंसा की गयी थी. सिर्फ लाइब्रेरी के कारण विवि को बढ़िया ग्रेडिंग नहीं मिल पाया था.
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कुलपति के वित्तीय अधिकार पर रोक से हो रही परेशानी
विवि के रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने कहा कि वर्तमान में कुलपति के वित्तीय अधिकार पर रोक लगा दी गयी है. ऐसे में ऑटोमेशन का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है. नैक मूल्यांकन के लिए यह जरूरी है. विवि प्रशासन ऑटोमेशन कार्य के लिए राजभवन से अनुमति ल जायेगी, ताकि इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है