टीएमबीयू व अंगीभूत काॅलेज एक बार फिर से अजब-गजब निर्णय को लेकर सुर्खियों में है. इसी कड़ी में बीएन काॅलेज का भी नाम जुड़ गया है. एक दिन पहले शुक्रवार को बीएन काॅलेज के मूल्यांकन निदेशक डाॅ आरती कुमारी ने मुख्य परीक्षक डाॅ केके मंडल काे मूल्यांकन ड्यूटी से मुक्त कर उन्हें मूल संस्थान जेपी काॅलेज नारायणपुर भेज दिया था. शिक्षक ने शनिवार को मूल कॉलेज में योगदान दिया, तो फिर शनिवार को बीएन कॉलेज की मूल्यांकन निदेशक ने जेपी कॉलेज प्रशासन को पत्र भेजकर डॉ केके मंडल को अधूरे मूल्यांकन कार्य को पूरा करने के लिए कॉलेज से विरमित करने के लिए कहा है. पत्र में कहा कि डॉ मंडल के नाम से उत्तरपुस्तिका आवंटित है, जिसका मूल्यांकन कार्य किया जाना शेष है. छात्रहित में जल्द रिजल्ट प्रकाशित किया जाना जरूरी है. ऐसे में जेपी कॉलेज प्रशासन उनके अधूरे मूल्यांकन कार्य को पूरा करने के लिए कॉलेज से डॉ केके मंडल को अविलंब विरमित किया जाये. उधर, शिक्षक सह सिंडिकेट सदस्य डॉ केके मंडल ने कहा कि एक दिन पहले विरमित किया जाता है और दूसरे दिन बीएन कॉलेज मूल्यांकन निदेशक ने पत्र जारी का पुन: मूल्यांकन कार्य के लिए मूल कॉलेज से विरमित करने के लिए कहा जाता है. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है. ऐसे निर्णय से मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे है. बता दें कि बीएन कॉलेज में स्नातक पार्ट थ्री ओल्ड कोर्स आर्ट्स संकाय के परीक्षा की कॉपी का मूल्यांकन किया जा रहा है. जबकि मारवाड़ी कॉलेज में साइंस व कॉमर्स संकाय की कॉपी की जांच की जा रही है.
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