जिले में जून में सामान्य से 29 फीसदी कम बारिश हुई. इस कारण धान का बिचड़ा तैयार करने में किसानों को समस्या हुई. जून में जिले में अमूमन 178.2 मिलीमीटर बारिश का रिकॉर्ड है. इस बार जून में 126.5 मिमी ही बारिश हुई. इधर, जुलाई में सामान्य बारिश होने का अनुमान लगाया गया है. जुलाई की पहली तिथि यानी मंगलवार को जिले में बारिश का सिलसिला जारी रहा. बीते 24 घंटे में 19.4 मिलीमीटर बारिश हुई.
वहीं आसमान में बादलों की आवाजाही के बीच तेज धूप भी निकलती रही. लोगों को गर्मी व उमस का अहसास हुआ. वहीं शाम पांच बजे करीब आधे घंटे तक हुई झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली. एक जुलाई को दिन का अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री रहा. सुबह में हवा में नमी की मात्रा 90 प्रतिशत तक पहुंच गयी. 11.5 किमी/घंटा की गति से पूर्वा हवा चलती रही.छह जुलाई तक होती रहेगी बारिश :
बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, मानसून की अनुकूलता के कारण 02-06 जुलाई तक जिले में मेघ छाये रहेंगे. अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना है. अधिकतम तापमान 32-34 डिग्री व न्यूनतम तापमान 26-27 डिग्री रह सकता है. सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 90-95 प्रतिशत व दोपहर में 35-40 प्रतिशत के आसपास रहेगी. पूर्वानुमान की अवधि में 14-18 किमी/घंटा की गति से पूर्वा हवा चलती रहेगी.अरहर की बुआई के लिए खेत तैयार करें :
बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार के अनुसार किसानों के लिए मध्यम अवधि वाले धान की किस्मों को बीजस्थली में बोये जाने का उपयुक्त समय है. धान की किस्मों में कनक, सीता, राजेन्द्र श्वेता, बीपीटी 5204 सुवासनी, एमटीयू 1001 आदि हैं. वहीं अरहर की बुआई के लिए खेत को तैयार करें. खरीफ सीजन की मक्का की बुआई आसमान साफ रहने पर करें. बुआई के पूर्व बीजोपचार कर लें.
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