श्रावणी मेला हर साल कुछ नया दृश्य प्रस्तुत करता है. रविवार को दो डाक बम मास्टर दरभंगा और सिवान के राजेंद्र यादव आंखों पर मोटी पट्टी बांध कर यात्रा पर निकल पड़े. बाबा दरबार में पूरी आस्था और समर्पण के साथ पहुंचने की यह अनूठी साधना कांवरिया पथ पर लोगों के लिए कौतूहल का विषय बन गया. दोनों डाकबमों ने कच्चा कांवरिया पथ पर बताया, हमें अब कुछ नहीं देखना है, सिर्फ बाबा को देखना है. यह यात्रा पूरी तरह बाबा को समर्पित है. गंगाजल भरने के बाद बिना देखे यात्रा शुरू की है, और अपने सहयोगी के साथ बाबा की कृपा से मार्ग की हर बाधा पार बाबा दरबार में बंद नयन खोलेंगे.
कांवरियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वैदिक जागृति मंच ने रेल ओवर ब्रिज पर कारपेट बिछाया, ताकि कांवरियों को फिसलन से राहत मिल सके. अध्यक्ष वैदिक जागृति मंच सह पुलिस पब्लिक शांति समिति अध्यक्ष दीपांकर प्रसाद (संजय) ने बताया कि इस छोटे से प्रयास को कांवरियों ने सराहा. कार्यक्रम में बीडीओ, थानानाध्यक्ष व नगर परिषद के कर्मी मौजूद थे.भव्य गंगा महाआरती में उमड़ी भीड़
अजगैवीनाथ मंदिर घाट व नमामि गंगे घाट पर भव्य गंगा महाआरती का आयोजन किया गया. हर शाम बनारस की तर्ज पर आयोजित महाआरती में कांवरियों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. जिला प्रशासन और जाह्नवी गंगा महाआरती सभा के तत्वावधान में आयोजित यह आरती पंडित संजीव झा के नेतृत्व में सम्पन्न हो रही है. संकल्प पूजन के बाद जैसे ही घंट-घड़ियाल, शंख और दीपों की लयबद्ध ध्वनि गूंजती है, पूरा घाट भक्ति के रंग में रंग जाता है. श्रद्धालु आरती की एक झलक पाने को घंटों पहले घाट पर पहुंचते हैं. पंडित संजीव झा ने बताया कि महाआरती में भागलपुर एसएसपी अपने परिवार सहित शामिल हुए, गंगा पूजन किया. कांवरियों में विशेष उत्साह से गंगा तट पर बैठकर आरती में सम्मिलित होते हैं और दीप प्रज्वलित कर गंगा मैया से अपनी मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है