कहलगांव एकचारी बाजार में चौथे दिन भागवत कथा के दौरान स्वामी मानी प्रकाश महाराज जी ने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब पृथ्वी पर किसी न किसी रूप में भगवान का अवतार होता है. धर्म की रक्षा के लिए उनका आगमन होता है. श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. मथुरा का राजा कंस था और कंस राक्षसी प्रवृत्ति था. कंस का अन्याय अपने राज्य में बढ़ गया कि सारे मथुरावासी भगवान से प्रार्थना करने लगे. भगवान आप कहां हैं यानि भगवान श्री कृष्ण आप कहां हैं आप प्रकट हो और अब हम लोग कंस का अत्याचार बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. विशेष रूप से आप प्रकट हों और हम सभी मथुरा वासियों को इस अत्याचार से मुक्ति प्रदान करें. तब भगवान श्री कृष्ण के माता-पिता देवकी और वसुदेव जी को कंस ने बंदी बना लिया थे. भगवान श्री कृष्णा जब प्रकट हुए, तो कंस को उन्होंने मारा और कंस का उद्धार हुआ. अपने माता-पिता को उन्होंने कंस के कारागार से आजाद कराया. इस कथा को व्यास जी ने बहुत गहराई से समझाते हुए भक्तों को कहा कि आज भी हमारे समाज में कंस जैसे लोगों की कमी नहीं है. हम अपने सच्चाई व धर्म के रास्ते पर चल कर इस समाज में व्याप्त कंस के अत्याचार को समाप्त कर सकते हैं. उसके लिए हमें धर्म के साथ चलना होगा. सत्य के मार्ग पर आगे बढ़ना होगा हमें नैतिकवान बनना पड़ेगा.तभी हम इस समाज देश की रक्षा कर सकते हैं.
बाबा सुल्तान शाह का मना सालाना उर्स, हुई चादरपोशी
सुलतानगंज गंगा तट पर मुरली पहाड़ी स्थित शाही मस्जिद में बाबा सुल्तान शाह का सालाना उर्स गुरुवार को धूमधाम के साथ मनाया गया. चादरपोशी नगर भ्रमण करते हुए कोलगामा तक गया. पुनः वापस आकर देर शाम चादरपोशी किया गया. इमाम मौलाना अफरोज के द्वारा चादरपोशी किया गया. सचिव नौशाद उर्फ मिंटू ने बताया कि आकर्षक ढंग से मस्जिद को सजाया गया. हजारों लोगों की भीड़ चादरपोशी के मौके पर उमड़ी. मौलाना जफर साहेब,मौलाना कैशर तरन्नुम,मौलाना अहमद रजा शमसी ने रात में तकरीर पेश किया. वहीं सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य सह राजद नगर अध्यक्ष अफरोज आलम ने बताया कि श्रावणी मेला के दौरान एक तरफ बोल बम के जयकारे और दूसरी तरफ बाबा सुल्तान शाह की चादरपोशी एक मिसाल पेश किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है