गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि और तीव्र कटाव की स्थिति को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड में ममलखा गांव को सुरक्षित करने के लिए युद्धस्तर पर बाढ़ निरोधी कार्य शुरू कर दिया है. जल संसाधन विभाग के अनुसार गुरुवार को सुबह 6.00 बजे भागलपुर गेज स्टेशन पर गंगा का जलस्तर 33.38 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से मात्र 0.30 मीटर नीचे है. हालांकि अभी भी जलस्तर में धीरे-धीरे वृद्धि बनी हुई है, जिसे देखते हुए विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है.
कटावग्रस्त स्थल पर निगरानी और हर स्तर पर तैयारी
ममलखा गांव के समीप गंगा नदी के दायें तट पर तेज कटाव को रोकने के लिए विभाग ने चौकसी बढ़ा दी है. कटाव स्थल पर दिन-रात कार्य चल रहा है, जिसमें पर्याप्त बाढ़ संघर्षात्मक सामग्री, आधुनिक तकनीकी उपकरण और समुचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है, ताकि रात में भी कार्य प्रभावित न हो.
इस कार्य की निगरानी कटिहार के बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण के मुख्य अभियंता, भागलपुर के बाढ़ नियंत्रण अंचल के अधीक्षण अभियंता और बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, भागलपुर के कार्यपालक अभियंता सहित संबंधित अभियंताओं द्वारा की जा रही है.
मुख्यालय से विशेष तकनीकी दल रवाना
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पटना मुख्यालय से विशेष तकनीकी दल भी ममलखा रवाना किया गया है. इस दल में डैम सुरक्षा प्रकोष्ठ के निदेशक, एक कार्यपालक अभियंता और एक सहायक अभियंता शामिल हैं.
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आपात स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त तैयारी
बाढ़ की आशंका को ध्यान में रखते हुए निकटवर्ती क्षेत्रों से अतिरिक्त सामग्री ममलखा भेजी जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निपटा जा सके. जल संसाधन विभाग ने स्पष्ट किया है कि कटाव स्थल पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय लागू किये जा रहे हैं. विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क, सजग और प्रतिबद्ध है.
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