Darbhanga News: दरभंगा. एक अगस्त को मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन के साथ दावा-आपत्ति का दौरा शुरू हो गया है. इसके लिए नगर निगम सहित कई स्थानों पर काउंटर बनाए गए हैं. यहां मतदाता सूची में शामिल होने के लिए दावा-आपत्ति प्राप्त किए जायेंगे. इस बीच मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) में शामिल बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) वर्ष 2003 में शामिल मतदाताओं की पहचान में जुट गए हैं. संभावना जतायी जा रही है कि वर्ष 2025 में प्रकाशित वोटर लिस्ट के प्रारूप में 60 प्रतिशत से अधिक ऐसे मतदाता हो सकते हैं, जो वर्ष 2003 के मतदाता सूची में शामिल थे. ऐसे मतदाताओं का वर्ष 2003 के वोटर लिस्ट में शामिल होने का प्रमाण ही उनका साक्ष्य होगा. संबंधित मतदाता का वर्ष 2003 के वोटर लिस्ट का अंकित उनके नाम का केंद्र संख्या, मतदाता क्रमांक का फोटो खींचकर बीएलओ एप पर अपलोड करने से ही उनका काम चल जाएगा. उनको अंतिम मतदाता सूची में शामिल कर दिया जाएगा. ऐसे लोगों के लिए अलग से कोई प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं होगी. एक अनुमान लगाया जा रहा है कि इस तरह से वर्ष 2025 के मतदाता सूची के प्रारूप में शामिल 60 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं को अभिलेख (प्रमाण पत्र) लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. वर्तमान में इसी पर दरभंगा शहरी क्षेत्र के टाउन हॉल के कैंप सहित अन्य स्थानों पर काम चल रहा है. बताया जा रहा है कि इसके बाद यह पहचान की जाएगी कि वर्ष 2003 में शामिल मतदाताओं के पुत्र आदि कितने मतदाता हैं? जिनके पिता या कोई संबंधी वर्ष 2003 के वोटर लिस्ट में शामिल थे. उनसे संबंध के आधार पर प्रमाण पत्र लेने की कार्रवाई शुरू की जाएगी. इसमें पहले अभिलेख उनके पिता एवं अन्य के वर्ष 2003 में शामिल अभिलेख काम करेगा. दो-चार दिनों तक टेबल वर्क होने होने के बाद सभी बीएलओ वर्ष 2003 में शामिल मतदाताओं काम करने की संभावना है ताकि प्रमाण पत्र लेने वाले वोटरों की संख्या की गिनती 60 प्रतिशत से कम हो सके. इसके बाद अन्य वोटरों पर काम होगा, जिनकी उम्र 40 वर्ष से कम है.
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