Darbhanga News: हायाघाट. भीषण गर्मी के बीच जलसंकट से प्रखंड क्षेत्र के लोग त्राहि-त्राहि करने लगे हैं. चापाकल सूख गये हैं. अधिकांश जगह नल-जल बंद पड़ा है. हालात अब आपात स्थिति जैसे हो गये हैं. दिन व रात के तापमान में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है. घरों की दीवारें धूप में इतनी गर्म हो जाती है कि आधी रात के बाद ही घर रहने लायक हो पाती है. पूर्व प्रमुख सूर्यबली झा का कहना है कि बिना एसी-कूलर के रह पाना मुश्किल हो गया है. इधर, अधिकांश तालाब सूख गये हैं. कुछ में पानी है तो काफी कम. यह पानी इतना गर्म हो जाता है कि उसमें पल रही मछलियां उपलाने लगी हैं. मल्लाह आनन-फानन में मछलियों को निकालने लगे हैं. स्थिति इतनी गंभीर हो गयी है कि दाह-संस्कार के बाद श्मशान घाट से लौटकर लोग पोखर में स्नान कर तिलांजलि भी नहीं दे पाते. चापाकल पर ही किसी तरह तीलांजलि की रस्म अदा करते हैं. क्षेत्र के विशनपुर निवासी लगभग साठ हजार पेड़ लगा चुके जानकीनंदन चौधरी उर्फ बाबा भूतनाथ ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति कम से कम दस पेड़ लगायें. उसकी देख भालकर करें, तभी इस संकट से पार पाया जा सकता है.
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