जमालपुर.
रेलवे सुरक्षा बल स्टेशन पोस्ट जमालपुर से 11 जुलाई की रात हाजत से फरार मो. जमाल को शुक्रवार की देर रात जमालपुर लाया गया. उसे राजस्थान के अलवर जिला अंतर्गत चोपानकी थाना में गिरफ्तार किया गया था. शनिवार को उसे किऊल रेल अदालत के समक्ष पेश किया गया. वहीं जमालपुर पहुंचने पर मो. जमाल से रेलवे सुरक्षा बल ने पूछताछ की. पूछताछ में मो. जमाल ने बताया कि वह शिवनारायणपुर से अभयपुर तक ट्रेन में हॉकर का काम करता है. 11 जुलाई की रात हाजत से भगाने के बाद वह मुंगेर चला गया. जहां उसका एक पुत्र रहता है. वहां से उसने अपनी बहन से डेढ़ हजार रुपए की लिये और राजस्थान के अलवर जिला में चला गया. वहां पहुंचने पर जब उसने अपने परिजनों से सारी बात बताई. उसकी सास ने उसे सरेंडर करने को कहा. जिसके बाद वह भिवाड़ी पुलिस जिला अंतर्गत चोपानकी थाना में आकर 16 जुलाई को सरेंडर कर दिया. इधर मो. जमाल के सरेंडर करने की सूचना मिलने के बाद जमालपुर स्टेशन पोस्ट के इंचार्ज सुजीत कुमार यादव, जेआर मीणा सहित पांच सदस्य टीम अलवर गई और उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर 18 जुलाई को जमालपुर पहुंची. इस संबंध में रेलवे सुरक्षा बल जमालपुर के अस्सिटेंट सिक्योरिटी कमांडेंट ने बताया कि वरीय अधिकारियों के आदेश पर पांच-पांच सदस्यों के एसआईटी टीम का गठन किया गया था. पुलिस ने फरार आरोपी को दबोचने के लिए डिजिटल प्रक्रिया को अपनाया और उन्हें सफलता भी हाथ लगी. उन्होंने बताया कि किऊल रेल कोर्ट से उसे दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. वहीं मो. जमाल के आपराधिक इतिहास के बारे में भी स्थानीय और रेल थाने से सूचना मंगाई जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है