प्रभारी प्राचार्य ने निर्माण कार्य पर लगाया रोक, कार्यपालक अभियंता से की जांच की मांग
तारापुरबिहार राज्य शैक्षिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा तारापुर अनुमंडल के एक मात्र अंगीभूत रामस्वारथ महाविद्यालय में 2 करोड 83 लाख 98 हजार 392 रुपये की लागत से जी प्लस 2 भवन का निर्माण कराया जा रहा है. लेकिन गुणवत्ताविहीन कार्य किये जाने को लेकर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डाॅ यूएस दास ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया है और इसकी जांच कराने की मांग विभाग के कार्यपालक अभियंता से की है.
फस्ट फ्लोर की ढलाई के बाद रिसने लगा है पानी
प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि जी प्लस टू क्लास निर्माण के तहत कुल तीन मंजिला भवन का निर्माण कराया जाना है. लेकिन निर्माण कार्य में गुणवत्ताविहीन भवन का निर्माण कराया जा रहा है. ग्राउण्ड फ्लोर पर जो भी बिम का ढलाई की गई है उसमें सरिया दिखता है. जबकि फस्ट फ्लोर की ढलाई करने के बाद पानी छत से रिसने लगा है. बार-बार संवेदक के कर्मियों को कहने के बाद भी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं लाया गया. ऐसे स्थिति में भवन जल्द ही कमजोर हो जायेगा और छात्रों का पठन-पाठन बाधित हो जायेगा.
छात्र-छात्राओं ने भवन निर्माण की गुणवत्ता पर उठाया सवाल
कॉलेज में अध्ययन कर रही बीए पार्ट टू की छात्रा पूजा कुमारी ने कहा कि क्लास रुम इतना कमजोर बनाया जा रहा है कि पढ़ाई के समय हर वक्त खतरा बना रहेगा. छात्र रुपेश कुमार ने बताया कि कि सरकर हम छात्रों के पढने के लिए बेहतर व्यवस्था कर रही है. लेकिन अभिकर्ता एवं विभागीय पदाधिकारी की उदासीनता के कारण निर्माण कार्य अनियमितता बरती जा रही है. आकाश कुमार कहता है कि जो निर्माण कार्य किया गया है उसमें अभी ही दरारें आ गई है. इसलिए सरकार को इस पर ध्यान देकर गुणवत्ता में सुधार कराना चाहिए. बीएससी पार्ट टू के आनंद राय कहते हैं जो निर्माण कार्य हो रहा हैं, उसमें सरिया की गुणवत्ता का भी ख्याल नहीं रखा गया है. ऐसे भवन में पढाई करने वाले हम छात्रों का जीवन ही दांव पर लग जायेगा.
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