विश्व रक्तदाता दिवस. सदर अस्पताल ब्लड बैंक में लगाया गया स्वैच्छिक रक्तदान शिविर
मुंगेर.
जीवन में रक्त की अहमियत सबसे अधिक होती है. इसके लिये रक्तदान करना जरूरी है, क्योंकि इसे बनाया नहीं जा सकता है. इसे एक मानव दूसरे के लिये दे सकता है. रक्तदान की अहमियत हम तब समझते हैं, जब हमें खुद इसकी आवश्यकता होती है. ऐसे में लोग आगे बढ़कर रक्तदान करें, ताकि दूसरों को जीवनदान मिल सके. उक्त बातें विश्व रक्तदाता दिवस पर शनिवार को सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में आयोजित रक्तदान शिविर के दौरान जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कही. मौके पर प्रभारी सिविल सर्जन डा. रामप्रवेश प्रसाद, महापौर कुमकुम देवी, डीडीसी अजीत कुमार मुख्य रूप से मौजुद थे. डीएम ने कहा कि कई बार रक्तदान करने से लोग घबराते हैं. लोगों में ऐसा भ्रम है कि रक्तदान करने से किसी प्रकार की परेशानी हो सकती है, लेकिन रक्तदान करने से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है. चिकित्सक भी प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति को तीन माह के अंतराल पर नियमित रूप से रक्तदान करने की सलाह देते हैं. ऐसे में जिले के प्रत्येक व्यक्ति से अपील है कि आगे बढ़कर रक्तदान करें, क्योंकि आपके द्वारा किया गया रक्तदान किसी को नया जीवन दे सकता है. सिविल सर्जन ने कहा कि रक्तदान कर हम एक साथ चार लोगों को जीवनदान दे सकते हैं. इसलिये रक्तदान को महादान कहा जाता है.चार नियमित रक्तदाताओं को किया गया सम्मानित
विश्व रक्तदाता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान डीएम ने जिले के चार नियमित रक्तदाताओं को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया. इसमें पत्रकार त्रिपुरारी मिश्रा, हैदर अली, शिक्षक कृष्ण मुरारी तथा अजय शर्मा शामिल हैं. वहीं रक्तदान शिविर में कुल 6 रक्तवीरों ने रक्तदान दिया. जिसमें डॉ. पंकज कुमार, सत्यम सिंह, अंकित कुमार जलान, विवेक कुमार गुप्ता, किशोर रमेश मुर्ति और मुदेसर इमाम ने स्वैच्छिक रक्तदान भी किया. मौके पर रेडक्रॉस के चेयरमैन डॉ. सुधीर कुमार, सचिव देव प्रकाश, ब्लड बैंक प्रभारी डा. फैजुद्दीन, हेमंत कुमार सिंह सहित अन्य मौजुद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है