– नहीं हो रहा राजा बाजार सब्जी मंडी की बंदोबस्ती, बड़े पैमाने पर है अवैध कब्जा
– जर्जर राजा बाजार को खाली करने के लिए निगम ने 24 अप्रैल 2025 को साटा था नोटिस, अब तक नहीं हुआ खालीमुंगेर
राजा बाजार सब्जी मंडी पर निगम शासन मेहरबान है. जिसके कारण निगम को भारी राजस्व की क्षति हो रही है. न तो पिछले दो वर्षों से स्टॉलधारी द्वारा निर्धारित भाड़ा का भुगतान किया जा रहा है और न ही पैसज से ही भाड़ा निगम को मिल रहा है. जबकि इस बाजार से प्रतिदिन 25 से 30 लाख का कारोबार संचालित होता है.निगम प्रशासन की लापरवाही से अवैध कब्जा, राजस्व की हो रही भारी क्षति
जानकारी के अनुसार राजा बाजार सब्जी मंडी के रूप में अवस्थित है. जिसमें 17 स्टॉल है. जबकि अंदर में 100 से अधिक पैसेज बना है. लेकिन इससे वर्तमान समय में निगम को एक चवन्नी भी आमदनी नहीं हो रही है. जानकारी के अनुसार जो स्टॉल है उसका वर्षों पूर्व किराया 600 रूपया प्रति स्टॉल निर्धारित किया गया था. आज तक वहीं भाड़ा निर्धारित है. बावजूद पिछले दो वर्ष से स्टॉलधारी ने निगम को किराया नहीं दिया. मिली जानकारी के अनुसार 17 में से मात्र 2 स्टॉलधारी ने किराया जमा कराया है. निगम के रेकर्ड में 23 पैसेज दिखाया जा रहा है. उससे भी वर्ष 2018 से ही निगम को एक चवन्नी भी किराया नहीं आ रहा है. जबकि अंदर में पैसेज की संख्या 100 से अधिक है. जिस पर आलू व प्याज के थोक कारोबारियों ने कब्जा जमा रखा है. जबकि नियमानुसार इस पैसेज पर फुटकर सब्जी विक्रेता को दुकान लगाने का अधिकार है. लेकिन वहां पर एक भी सब्जी विक्रेता नहीं है. कई ऐसे थोक कारोबारी है जो पैसेज अपने और अपने परिवार के नाम पर निगम की रसीद कटवा कर कब्जा कर लिया है. इतना ही राजा बाजार के खाली भूखंड पर ही कारोबारियों ने कब्जा कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 तक राजा बाजार सब्जी मंडी का डाक होता था. जिससे निगम को राजस्व प्राप्ति होती थी. लेकिन उसके बाद डाक होना ही बंद हो गया. वर्तमान समय में व्यवसायी मुफ्त में प्रतिदिन 25 से 30 लाख राजा बाजार सब्जी मंडी से कारोबार को संचालित कर रहे है.———————————————————
बॉक्स्————————————————————
बदल रहे निजाम, पर नहीं बदली राजा बाजार मंडी की सूरत
मुंगेर :
नगर निगम में कई निजाम आये और चले गये, वर्तमान मेयर तीसरी बार निगम की कमान संभाली है. मुंगेर शहर को मॉडल शहर बनाने के लिए खूब दावे किये जा रहे. जिसमें एक जर्जर राजा बाजार मंडी को तोड़ कर नया बहुमंजिला बाजार का शक्ल देने की बात कही गयी थी. वर्ष 2016 से ही राजा बाजार को तोड़ कर बहुमंजिला बाजार बनाने की बात हो रही है. हर आने वाले मेयर और नगर आयुक्त ने यह बयान दिया. यह भी कहा गया कि इस राजा बाजार में बहुमंजिला मॉर्केट कॉम्प्लेक्स बना कर यहां 300 से अधिक स्टॉल व पैसेज बनाया जायेगा और शहर के फुटपाथ पर सजने वाले सब्जी की दुकानों को वहां शिफ्ट किया जायेगा. लेकिन आज नगर निगम एक कदम भी इस दिशा में आगे नहीं बढ़ सकी है. अगर इसे बहुमंजिला मॉर्केट कॉम्प्लेक्स बना दिया जायेगा तो इससे निगम को प्रति वर्ष एक करोड़ से अधिक की आमदनी हो सकती है.जर्जर और जानलेवा हो गया है राजा बाजार मंडी का भवन
नगर निगम के अधीन संचालित राजा बाजार सब्जी मंडी आज जर्जर और जानलेवा हो चुका है. जर्जर भवन के कारण कभी भी यह बड़ा हादसा हो सकता है और जान-माल की बड़ी क्षति हो सकती है. नगर निगम प्रशासन की ओर से 24 अप्रैल 2025 को एक नोटिस राजा बाजार के स्टॉल पर चिपकाया गया था कि राजा बाजार मंडी का भवन पूरी तरह से जर्जर है. इसलिए इस भवन को तोड़ कर नया बहुमंजिला इमारत बना कर बाजार बनाया जायेगा. इसलिए सभी त्वरित इस भवन को खाली कर दे. लेकिन इसका कोई असर यहां कारोबार करने वाले व्यवसासियों पर नहीं पड़ा.
कहती है नगर आयुक्त
नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने बताया कि राजा बाजार मंडी के स्टॉलधारियों से बकाया किराया वसूली की कार्रवाई चल रही है. इस मंडी का डाक कब से और क्यों बंद है इस पर स्टॉल प्रभारी से प्रतिवेदन मांगा गया है. राजा बाजार जर्जर है और खतरनाक स्थिति में है. इसे तोड़ कर बहुमंजिला मार्केट काम्पलेक्स बनाने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है