, मुंगेर जमालपुर कॉलेज जमालपुर में बुधवार को कॉलेज एकेडमिक काउंसिल की बैठक आयोजित की गयी. जिसकी अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य डॉ अशोक कुमार पोद्दार तथा संचालन सचिव डॉ ओम प्रकाश ने किया. बैठक में विभिन्न कार्यालयी मांगों एवं भवन पुनर्निर्माण सहित कॉलेज के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कार्यों पर चर्चा हुयी. इस दौरान परीक्षा में अनुपस्थित छात्रों के पुनः ली जाने वाली परीक्षा के संबंध में भी निर्णय को लेकर विमर्श किया गया. साथ ही मनोविज्ञान विभाग के लिए प्रयोगशाला खोले जाने, एनएसएस और क्रीड़ा परिषद ऑफिस के लिए जगह दिए जाने, नियमित कर्मियों के अभाव की वजह से आउटसोर्सिंग कर्मी की बहाली और रात्रि सुरक्षा गार्ड की आवश्यकता को लेकर विचार किया गया. सचिव ने कहा कि पिछले दिनों मनोविज्ञान और समाजशास्त्र के पीजी विभागों की छत का प्लास्टर ढह गया. जिसमें शिक्षक व विद्यार्थी बाल-बाल बच गये. ऐसे में भवन का पुनर्निर्माण बेहद जरूरी है. महाविद्यालय के लिये अब नए भवन की भी आवश्यकता है. वर्तमान भवन लगभग चालीस वर्ष से अधिक पुराना है. प्राचार्य ने कहा कि इसे लेकर विश्वविद्यालय को अवगत कराया जाएगा. विश्वविद्यालय से प्राप्त निर्देश के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा. इस दौरान कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डा. अजय कुमार प्रभाकर ने कहा कि सीबीसीएस पाठ्यक्रम लागू होने के बाद, जो छात्र कॉलेज की सूचनाओं से जुड़े नहीं रहते हैं. उनकी परीक्षाएं या एकेडमिक कार्य लंबित हो जाती है. जिसके कारण अपने लंबित आंतरिक परीक्षाओं के लिए लगातार परीक्षा विभाग में परीक्षा देने आते रहते हैं, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण वर्कलोड बढ़ रहा है और दो से अधिक बार परीक्षा लेने से नियमित कार्य बाधित होते हैं. ऐसे में आंशिक रूप से लेट-लतीफ छात्रों पर दंड राशि ली जानी चाहिए. मौके पर डॉ चन्दन कुमार, डॉ अभिलाषा कुमारी, डॉ चंपकलता कुमारी, डॉ संजीव कुमार, अमरेंद्र सिन्हा, रणजीत, संजीव मिश्रा, अजय सिंह, गौरव कुमार, अश्विनी कुमार, रेणु, शिरोमणि देवी आदि मौजूद थी.
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