मुंगेर प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल के भाव्या कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में गुरुवार को सिविल सर्जन की अध्यक्षता में जिले में संचालित सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की ऑनलाइन साप्ताहिक समीक्षा बैठक हुई. जहां जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक फैजान आलम अशरफी, जिला टीकाकरण पदाधिकारी फैजउद्दीन, अस्पताल प्रबंधक तौसिफ हसनैन, स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद थे. समीक्षा के दौरान जमालपुर में नियमित टीकाकरण की कम रेटिंग पर नाराजगी जताते हुए सिविल सर्जन ने शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी गर्भवती महिलाओं का एएनसी जांच सुनिश्चित कराएं. वहीं सभी गर्भवतियों को आयरन और कैल्शियम की दवा उपलब्ध कराएं. जिले के अस्पताल, पीएचसी तथा सीएचसी सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा उपलब्धता की समीक्षा के दौरान भी सिविल सर्जन ने गैप को कम करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि प्राय: देखा जाता है कि प्रखंड मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य केंद्र के दवा भंडार में सभी दवा रहती है. जबकि एचडब्ल्यूसी में दवा की कमी रहती है. ऐसे में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जो दवा प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र के दवा भंडार में है. वह एचडब्ल्यूसी में भी उपलब्ध रहे. इस दौरान उन्होंने आशा चयन प्रक्रिया की भी समीक्षा की. उन्होंने कहा कि जहां भी आशा का चयन करना है. वहां 15 जुलाई तक आमसभा के माध्यम से चयन सुनिश्चित करें. जबकि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी के लक्षण वाले मरीजों का स्क्रीनिंग के साथ स्पूटम जांच सुनिश्चित कराएं. साथ ही वैसे लोग, जो टीबी मरीजों के संपर्क में हैं, टीबी के लक्षणों से पीड़ित होने की संभावना है. वैसे लोगों का अनिवार्य रूप से स्पूटम व स्क्रीनिंग करें. उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक एचडब्लूसी क्षेत्र में आने वाले ऐसे लोगों का दो माह में स्क्रीनिंग व स्पूटम जांच करायें. इस दौरान उन्होंने एनसीडी, एम-आशा आदि की समीक्षा की. इस दौरान सभी प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, बीसीएम, बीएचएम, ब्लॉक एमएनई ऑनलाइन जुड़े थे.
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