जमालपुर. मुख्य प्रवचनकर्ता स्वामी श्रीनिवास बाबा ने कहा कि सांसारिक भागों से आशक्ति के कारण मन का रोग उत्पन्न होता है. संसार में तन के साथ मन की भी पवित्रता आवश्यक है. सतगुरु और सत्संग के सानिध्य से मनुष्य को सुख और विमुखता से दुख की प्राप्ति होती है. मनुष्य शरीर की प्राप्ति के लिए परमात्मा की भक्ति आवश्यक है. वे रविवार को जमालपुर के फरीदपुर स्थित संतमत सत्संग आश्रम में आयोजित एक दिवसीय विशेष बहुक्षेत्रीय सत्संग को संबोधित कर रहे थे. संचालन वरिष्ठ सत्संगी प्रताप मंडल ने किया. मौके पर स्वामी दिनेश बाबा ने कहा कि भक्ति से बढ़ कर कोई भी परम पद नहीं है. सत्कर्म से विमुखता मनुष्य की मूर्खता को दर्शाता है. सत्संग करने से ही असली सुख की प्राप्ति होती है. देर रात्रि तक चले इस कार्यक्रम में जमालपुर, मुंगेर, दशरथपुर, धरहरा, सुल्तानगंज, पटना सहित आस-पास के क्षेत्रों से सैकड़ों सत्संगियों ने भाग लिया. प्रचार मंत्री राजन चौरसिया ने इस माह के 28 जून को छोटी केशवपुर स्थित संतमत सत्संग आश्रम में होने वाले अगले कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय बहुक्षेत्रीय संतमत सत्संग में महात्मा स्वामी महेश्वर बाबा, स्वामी प्रभाकर बाबा सहित कई वरिष्ठ महात्माओं का प्रवचन होगा. मौके पर हृदय नारायण बाबा, रामप्रसाद शाह, शिवशंकर प्रसाद, समुख दास गुप्ता, प्रकाश मंडल, राजन कुमार चौरसिया, रामजतन पासवान, सूरज मंडल, सुरेंद प्रसाद, परमानंद मंडल, आशा देवी, निर्मल देवी, सुलोचना देवी सहित सैकड़ों सत्संगी मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है