मुंगेर. विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर गुरुवार को सदर प्रखंड स्थित संयुक्त श्रम भवन परिसर में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस-सह- एक दिवसीय ग्रामीण प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसमें श्रम अधीक्षक सत्य प्रकाश मुख्य रूप से मौजूद थे.
जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी श्रमिकों से कहा कि राज्य सरकार श्रम संसाधन विभाग के तत्वावधान में आम श्रमिकों के लिए कई प्रकार की योजनाएं चला रही है, आप सभी इन योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें और इसका लाभ अवश्य उठाएं. उन्होंने श्रम अधीक्षक सहित सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों से कहा कि आप सभी क्षेत्रों में भ्रमण करें तथा मजदूरों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की न सिर्फ पूरी जानकारी दें, बल्कि योजनाओं का लाभ दिलाने में उनको सहयोग करें. ई-श्रमिक कार्ड निर्माण पर भी जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को जागरूक होकर कार्य करने का निर्देश दिया. सभी प्रखंड के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों द्वारा बारी-बारी से श्रम संसाधन विभाग के श्रम पक्ष द्वारा श्रमिकों के कल्याण एवं सामाजिक सुरक्षा के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं एवं श्रमिकों के अधिकारों के संरक्षण से संबंधित कानूनों की जानकारी दी गयी.डीएम ने 2008 लाभुकों के बीच चेक किया वितरित
डीएम ने बिहार शताब्दी असंगठित कार्य क्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा (संशोधन) योजना 2024 के लाभुकों, बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित योजना एवं बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना के तहत 2008 लाभुकों के बीच चेक का वितरण किया. श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय-2024-25 में कुल 58 बाल श्रमिकों को विमुक्त कराते हुए पुनर्वासित कराया गया. इधर कार्यक्रम में श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा श्रमिकों के कल्याण से संबंधित विभिन्न मुद्दों रखा गया. मौके पर कारखाना निरीक्षक अंचल सदर मुंगेर मुकेश कुमार पांडेय, उप निदेशक प्रशिक्षण आलोक कुमार, सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी एवं श्रमिक उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है