जमालपुर. जमालपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य इंट्रेंस और एग्जिट गेट पर लगाया गया लगेज स्कैनर पूरी तरह से मृतप्राय हो गया है. आलम यह है कि लगेज स्कैनर पर न तो रेलवे सुरक्षा बल के जवान की ड्यूटी लगती है और न ही आने जाने वाले रेल यात्रियों के सामानों की स्कैनिंग होती है. जबकि 11 जुलाई से विश्व विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला आरंभ होने वाला है. ऐसे में लगेज स्कैनर मशीन का चालू नहीं रहना घोर लापरवाही और अनियमितता का कारण बन सकता है. विदित हो कि हर रोज जमालपुर स्टेशन पर हजारों रेल यात्रियों की आवाजाही होती है. ऐसे में कई बार असामाजिक तत्वों द्वारा सामान की आड़ में शराब और हथियार भी लाए जाते हैं. इस परिस्थिति में जहां लगेज स्कैनर एक बड़ी सहायता हो सकती है. वहीं इसके इस्तेमाल को लेकर रेलवे सुरक्षा बल की उदासीनता एक बड़ी लापरवाही दिखाती है. पिछले कई दिनों से लगेज स्कैनर पर नियुक्त सुरक्षाकर्मी सीसीटीवी निगरानी के साथ ट्रेनों की जांच करते भी नहीं देखे जा रहे हैं. ऐसे में यह अपराधियों और शराब तस्करों के काम को और भी आसान बना सकता है. खास कर तब जब जमालपुर-किऊल रेलखंड पर लगभग हर रोज शराब की बरामदगी हो रही है. इस तरह की लापरवाही न केवल मुख्यमंत्री के बिहार को शराब मुक्त राज्य बनाने के सपने पर प्रश्नवाचक चिह्न लगती है, बल्कि हथियार तस्करी को भी आसान बनाती है. कई लोगों का कहना है कि लगेज स्कैनर का इस्तेमाल केवल अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान ही होता है. उल्लेखनीय है कि कुछ वर्ष पहले जुबली वेल चौंक पर एके 47 की बरामदगी हुई थी, जिसकी तस्करी रेलवे स्टेशन के रास्ते से ही हुई थी.
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