जमालपुर. जबतक रेल अधिकारी एवं रेलकर्मी रेल सेवा के दौरान ईमानदार नहीं होंगे, तब तक रेलवे कदाचार और भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं हो सकता. हमें हर हाल में सबसे पहले ईमानदार होना होगा तथा अपनी रेल सेवा के दौरान कर्तव्यनिष्ठ बनना होगा. ये बातें पूर्व रेलवे के सीनियर डिप्टी जनरल मैनेजर (एसडीजीएम) सह चीफ विजिलेंस ऑफिसर (सीवीओ) दीपक निगम ने गुरुवार को रेल इंजन कारखाना के अधिकारियों को सीडब्ल्यूएम के सभागार में संबोधित करते हुए कही. एसडीजीएम सह सीवीओ गुरुवार की सुबह हावड़ा-जमालपुर एक्सप्रेस से यहां पहुंचे. उन्होंने सीडब्ल्यूएम सभागार में मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय कुमार वर्णवाल सहित रेल इंजन कारखाना के उप मुख्य यांत्रिक अभियंता एवं वर्क्स मैनेजर के साथ सेमिनार में शामिल हुए. उन्होंने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से रेलवे में भ्रष्टाचार की रोकथाम के बारे में अधिकारियों को विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने दिशा-निर्देश दिया कि हर हाल में रेलवे से कदाचार और भ्रष्टाचार को हटाना है. भारतीय रेल की एक अपनी गरिमा है. जिसे बरकरार बनाए रखना हम सब की जिम्मेदारी बनती है, इसलिए ऐसा कोई काम नहीं करें कि आप विजिलेंस के नजर में आ जाएं और आपके विरुद्ध जांच शुरू हो जाए. इसके लिए हमें अपने रेल कर्मियों के बीच जागरूकता और सतर्कता अभियान चलाना होगा. मौके पर उप मुख्य यांत्रिक अभियंता डा. अभ्युदय अभिनय कुमार, प्रीतम कुमार, सौरभ कुमार, सरोज कुमार सहित रेल के अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे. बताया गया कि ऐसा पहली बार हुआ है जब एसडीजीएम सह चीफ विजिलेंस ऑफिसर जमालपुर पहुंचे हैं. उल्लेखनीय है कि रेल इंजन कारखाना जमालपुर में अब तक का सबसे बड़ा 34 करोड़ राशि के बैगन घोटाले का कालिख लगा हुआ है. जिसको लेकर देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआई ने रेलवे विजिलेंस की पहल पर ही केस दर्ज कर कार्रवाई की थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है