जमालपुर.
मालदा रेल मंडल के अंतर्गत डीजल शेड जमालपुर में शुक्रवार को 3,000 लीटर प्रति घंटा क्षमता वाले हाई वेक्यूम टाइप ट्रांसफॉर्मर ऑयल फिल्ट्रेशन प्लांट का उद्घाटन किया गया. इसका उद्घाटन पूर्व रेलवे कोलकाता के (सीएमपीई) चीफ मोटिव पावर इंजीनियर राकेश कुमार और डीजल शेड जमालपुर के सीनियर डिवीजनल मेकेनिकल इंजीनियर डीजल कृष्ण कुमार दास ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया. बताया गया कि यह अति आधुनिक संयंत्र उत्तर पश्चिम रेलवे के आबू रोड डीजल शेड से प्राप्त हुआ है. जो इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के रखरखाव को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. पूर्व में डीजल शेड जमालपुर में 1,000 लीटर प्रति घंटा क्षमता वाला ट्रांसफार्मर आयल फिल्ट्रेशन प्लांट कार्यरत था. जिससे इंजन मेंटेनेंस कार्यों के दौरान तेल शुद्धीकरण में अधिक समय लगता था. इससे न केवल रखरखाव की अवधि बढ़ती थी, बल्कि श्रमिकों की अधिक आवश्यकता भी होती थी तथा इंजन सेवा में देर से लौटते थे. अब 3,000 लीटर प्रति घंटा क्षमता वाले नए प्लांट की शुरुआत से ऑयल फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया का समय एक तिहाई हो जाएगा. जिससे रखरखाव कार्यक्रम की अवधि में उल्लेखनीय कमी आएगी. बताया गया कि इस नए प्लांट से डीजल शेड जमालपुर को कई लाभ मिलेगा. इसमें प्रत्येक इंजन के प्रमुख रखरखाव शेड्यूल में एक पूर्ण कार्य दिवस की बचत होगी. इंजन को शीघ्र सेवा में वापस लाया जा सकेगा. जिससे परिचालन दक्षता में सुधार होगा. इसके साथ ही मैन पावर का बेहतर उपयोग एवं संसाधनों का कुशल प्रबंधन संभव होगा. एक इंजन के समय के संचालन में आने से लगभग 3 लाख की वित्तीय बचत सुनिश्चित होगी. इस प्लांट की कुल लागत 13 लाख 90 हजार 600 है. जो की प्रमुख शेड्यूल में मात्र चार से पांच इंजन की सर्विसिंग से ही वसूल हो जाएगी. यह योजना न केवल समय और श्रम की बचत सुनिश्चित करती है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रही है. इस संबंध में मालदा रेल मंडल की एपीआरओ रूपा मंडल ने बताया कि यह पहल आधुनिकीकरण लागत दक्षता और इंजन रखरखाव में बेहतर परिचालन प्रदर्शन के प्रति पूर्व रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है