मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय ने एक जून से सिंडिकेट निर्णय के अनुसार नये आउटसोर्सिंग एजेंसी को कार्य सौंप दिया है. जिसके अंदर ही अब एमयू के आउटसोर्सिंग कर्मी विश्वविद्यालय में कार्य करेंगे. हालांकि, नये आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन वैकल्पिक रूप से 3 माह के लिये किया गया है. वहीं 3 माह में विश्वविद्यालय निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर अपने लिये स्थायी आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन करेगा.
विदित हो कि पूर्व कुलपति प्रो श्यामा राय द्वारा वर्ष 2022 में एमयू में आउटसोर्सिंग एजेंसी के रूप में एलाइट फैल्कॉन का चयन किया गया था. जिसके तहत एमयू में अबतक कुल 72 आउटसोर्सिंग कर्मी कार्यरत थे. हालांकि, साल 2024 से एमयू में आउटसोर्सिंग कर्मियों के मानदेय का मामला लंबित होने लगा. साथ ही एजेंसी द्वारा भी विश्वविद्यालय को मानदेय के रूप में दी गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था, जबकि विश्वविद्यालय को इस दौरान कई बार आउटसोर्सिंग कर्मियों के हड़ताल का भी सामना करना पड़ा. इसे लेकर 28 मार्च को एमयू में आयोजित सिंडिकेट बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि एजेंसी विश्वविद्यालय के अनुसार भुगतान नहीं करती है तो एजेंसी को बदल दिया जाये. जिसमें 3 माह के लिये अस्थायी रूप से एजेंसी का चयन किया जाये. साथ ही 3 माह में निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर नये स्थायी एजेंसी का चयन किया जाये. इसे लेकर एमयू द्वारा अब 3 माह के लिये अस्थायी रूप से आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन किया गया है.कहते हैं कुलसचिव
कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि सिंडिकेट निर्णय के अनुसार वैकल्पिक रूप से नये आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन 3 माह के लिये किया गया है. जिसे एक जून से वर्क आर्डर भी दे दिया गया है. वहीं 3 माह में विश्वविद्यालय द्वारा निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर स्थायी आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है