मुंगेर. डिफेंस मैनुफैक्चरिंग कॉरिडोर के लिए मुंगेर का प्रस्ताव बिहार सरकार ने केंद्र सरकार को भेजा है. इसके बाद बंदूक फैक्ट्री में लाइसेंसी बंदूक का निर्माण करने वाले निर्माताओं और कारीगरों में हर्ष का माहौल व्याप्त हो गया है. अगर मुंगेर को डिफेंस मैनुफैक्चरिंग कॉरिडोर बनाया जाता है तो बंदी के कगार पर पहुंच चुका बंदूक कारखाना पुनर्जीवित हो जायेगा. द गन मैनुफैक्चरिंग लाइसेंसी एसोसिएशन बंदूक कारखाना मुंगेर के संयुक्त सचिव संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि मुंगेर बंदूक कारखाना को डिफेन्स मैनुफैक्चरिंग कॉरिडोर के लिए प्राथमिक स्तर पर राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही स्वीकृति मिल चुकी है. डिफेन्स मैनुफैक्चरिंग कॉरिडोर बनने से मुंगेर के बंदूक निर्माता कुशल कारीगरों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे तथा बंदूक निर्माण में जुटी कंपनियों को भी फायदा होगा. उन्होंने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी रक्षा खरीद में वर्ष 2024-25 में 2,09,050 करोड़ के खरीद के अनुबंध की घोषणा की है. जबकि 23622 करोड़ रुपए का रक्षा निर्यात किया है. ऐसे में बिहार सरकार अपने प्रदेश में रक्षा और गृह मंत्रालय के सहयोग से डिफेन्स मैनुफैक्चरिंग कॉरिडोर की स्थापना कर मुंगेर एवं यहां के कुशल कामगारों के कौशल का समुचित उपयोग कर सकेगी. राज्य सरकार की इस पहल के लिए सभी बंदूक निर्माताओं एवं कामगारों ने उद्योग मंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया है.
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