तारापुर. रणगांव में बुधवार को पौधारोपण कर पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया गया. जिसका नेतृत्व पर्यावरण नारी शक्ति प्रांत टोली सदस्या और ख्यातिप्राप्त स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शालिनी सिंह ने किया. बताया गया कि आम के पेड़ पर श्रीराम भक्त हनुमान का वास होता है और आम का वृक्ष लगाने से 14 पीढ़ियों को पुण्य प्राप्त होता है. मौके पर पर्यावरण भारती के संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक तथा अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि आम के पेड़ को अपने घरों के आसपास लगाना अति शुभदायक होता है. इससे घर के सदस्यों को जीवन में सफलता मिलती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आम वृक्ष पर श्रीराम भक्त हनुमान का वास माना गया है. मांगलिक कार्यक्रमों में आम के पत्तों का तोरण द्वार बनाया जाता है. कलश पर आम पल्लव रखा जाता है, आम के मीठे रसदार फल पूजा में प्रसाद के रूप में उपयोग होता है और आम के सूखे लकड़ी से हवन होता है. आम का वृक्ष पर्यावरण संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण है. ये कार्बाइडडाई आक्साइड (सीओ-2) को अवशोषित कर मानव जीवन हेतु शुद्ध प्राकृतिक ऑक्सीजन प्रदान करते हैं. धार्मिक मान्यता यह भी है कि आम वृक्ष लगाने से 14 पीढ़ियों को पुण्य प्राप्त होता है. आम वृक्ष को प्रति दिन जल चढ़ाने से बाधाएं दूर होती है. उन्होंने कहा कि जहां तुलसी का पौधा रहता है, सभी तीर्थों के साथ हमेशा गंगा जी विराजती हैं. आंवला वृक्ष हो तो वह स्थान अत्यंत श्रेष्ठ और महान पुण्यदायी माना गया है. शालिनी सिंह ने बताया कि 7 मई 2020 ई को पहली बार विश्व मांसाहारी पौधा दिवस मनाया गया. इसका उद्देश्य है विश्व के मांसाहारी पौधों के बारे में जागरूकता बढ़ाना. ये पौधे कीटों की आबादी नियंत्रित करने में मदद करते हैं. मौके पर डॉ वीणा सिंह, रानी हेम्ब्रम, सोनी कुमारी सहित अन्य मौजूद थे.
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